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किर्नी इंडिया और अमेजन पे की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने वाले शीर्ष शहरों में से एक है अहमदाबाद

  • शहरी भारत कैसे भुगतान करता है: किर्नी इंडिया और अमेजन पे इंडिया का व्‍यापक अध्‍ययन उभरते भुगतान परिदृश्‍य पर प्रकाश डालता है, जो बड़े महानगरों की तुलना में छोटे शहरों में डिजिटल को मजबूती से अपनाने की उच्‍च दर का खुलासा करता है
  • छोटे शहरों में डिजिटल भुगतान का विस्‍तार : छोटे शहरों के उपभोक्ताओं ने इस बात पर प्रकाश डाला कि उनके 65% भुगतान लेनदेन डिजिटल हैं, जबकि बड़े शहरों के उपभोक्ताओं ने इस अनुपात को ~75% बताया।
  • सुविधा और इन्‍नोवेशन ने बढ़ाई पैठ : ऑनलाइन खरीदारी से लेकर सड़क पर फल, फूल और रोजमर्रा की चीजें बेचने वाले विक्रेताओं तक, 60% उत्‍तरदाताओं के मुता‍बिक डिजिटल भुगतान ऊपर बताई गई सुविधा के कारण प्राथमिक प्रेरक के रूप में सभी क्षेत्रों में अपनी पैठ बना रहा है। 

अहमदाबाद, 22 अगस्, 2024 –  भारत के अन्य बड़े और मध्यम आकार के शहरों के साथ अहमदाबाद देश की डिजिटल पेमेंट क्रांति में प्रमुख भूमिका निभा रहा है। किर्नी इंडिया और अमेजन पे इंडिया के “हाउ अर्बन इंडिया पे” के ताजा परिणामों के मुताबिक, इन क्षेत्रों में करीब 65 प्रतिशत लेनदेन डिजिटल भुगतान के विभिन्‍न तरीकों से किया जा रहा है, जबकि इनकी तुलना में बड़े शहरों में कुल भुगतान में डिजिटल भुगतान की हिस्‍सेदारी 75 प्रतिशत है, जो उपभोक्ता व्यवहार में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाता है। 120 शहरों और 6,000 से अधिक उपभोक्ताओं और 1,000 व्यापारियों के बीच किए गए सर्वे पर आधारित यह व्यापक अध्ययन, भुगतान प्राथमिकताओं में एक बड़े बदलाव का खुलासा करता है। रिपोर्ट डिग्री ऑफ डिजिटल पेमेंट यूसेज (DDPU) की पेशकश करती है, जो विभिन्न आयु वर्ग के लोगों के बीच डिजिटल भुगतान अपनाने की सीमा को मापने के लिए डिज़ाइन किया गया एक पैमाना है। डीडीपीयू तीन मूलभूत स्तंभों- मात्रा (डिजिटल लेनदेन की फ्र‍िक्‍वेंसी), विविधता (श्रेणियों की विविधता जिसमें डिजिटल भुगतान विधियों का उपयोग किया जाता है), और खुलापन (उभरती डिजिटल भुगतान विधियों के प्रति जागरूकता और ग्रहणशीलता), का उपयोग करके एक बहुआयामी दृष्टिकोण का उपयोग करता है।

किसी शहर के औसत डीडीपीयू और उसकी खुदरा क्षमता के बीच एक मजबूत संबंध होता है, जैसा कि किर्नी इंडिया रिटेल इंडेक्स द्वारा मापा गया है। दिलचस्प बात यह है कि जयपुर, पुणे, इंदौर, लखनऊ, भोपाल, भुवनेश्वर और पटना जैसे चुनिंदा शहरों के साथ अहमदाबाद डिजिटल भुगतान अपनाने के प्रभावशाली स्तरों के साथ एक दिलचस्प पैटर्न पेश करता है। शीर्ष महानगरों की तुलना में अपेक्षाकृत कम खुदरा क्षमता के बावजूद, यह शहर बड़े महानगरों की तुलना में डिजिटल भुगतान को अपनाने की ऊंची दर को प्रदर्शित करते हैं, जो विभिन्‍न शहरों में डिजिटल भुगतान की व्‍यापक और मजबूत पैठ को उजागर करता है।

विकास बंसल, सीईओ, अमेजन पे इंडिया ने कहा, भारत की डिजिटल भुगतान क्रांति में अहमदाबाद एक शानदार उदाहरण है और डिजिटल भुगतान की क्रांति अब पूरे देश में तेज गति से आगे बढ़ रही है।” उन्‍होंने आगे कहा, “हमारी हाउ इंडिया पेरिपोर्ट इस बात का खुलासा करती है कि अहमदाबाद जैसे शहर लोकल बाजारों से लेकर परिवार के स्‍वामित्‍व वाले व्‍यवसायों तक डिजिटल लेनदेन को अपनाने में आगे हैं। यह बदलाव हितधारकों के लिए एक सुरक्षित और समावेशी डिजिटल भुगतान ईकोसिस्‍टम को इन्‍नोवेट करने और सहयोग करने के लिए एक महत्‍वपूर्ण प्रयास का संकेत है। अमेजन पे निर्बाध डिजिटल भुगतान अनुभव प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो अहमदबाद और अन्‍य जगह पर लोगों और व्‍यवसायों को सशक्‍त बनाता है। हम आकांक्षाओं को पूरा करने और समाज का कल्‍याण करने के लिए फ्र‍िक्‍शनलेस डिजिटल अनुभव के माध्‍यम से जीवन को आसान बनाना आगे भी जारी रखेंगे।”

अहमदाबाद, जो अपनी उद्यमशीलता की भावना और जीवंत टेक्‍सटाइल इंडस्‍ट्री के लिए जाना जाता है, डिजिटल भुगतान टेक्‍नोलॉजी को तेजी से अपना रहा है। शहर का खुदरा क्षेत्र, जो परंपरागत रूप से अपने भीड़भाड़ वाले बाजारों और परिवार के स्‍वामित्‍व वाले व्‍यवसायों से संचालित होता है, अब तेजी से इन आधुनिक समाधानों को अपना रहा है। यह बदलाव काफी हद तक अहमदाबाद की व्‍यापार-प्रेमी आबादी से प्रभावित है, जो दक्षता और कैशबैक एवं रिवार्ड जैसे डिजिटल लेनदेन के लाभों को महत्‍व देती है। इन्‍नोवेशन के लिए शहर का खुलापन, परंपरा के प्रति गहरे सम्‍मान के साथ मिलकर, इसके सांस्‍कृतिक रूप से समृद्ध फ्रेमवर्क के भीतर आधुनिक वित्‍तीय प्रथाओं का एक अनूठा मिश्रण प्रस्‍तुत करता है।

जैसे-जैसे डिजिटल भुगतान को अपनाने का चलन बढ़ रहा है, अहमदाबाद जैसे शहर भारत में खुदरा कारोबार के भविष्‍य को आकार देने, पारंपरिक बाजारों और आधुनिक डिजिटल अर्थव्‍यवस्‍था के बीच की खाई को पाटने में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है। रिपोर्ट इस गतिशील बदलाव के बारे में गहन विश्‍लेषण प्रदान करती है, जो भारतीय उपभोक्‍ता फाइनेंस के उभरते परिदृश्‍य को समझने की चाहत रखने वाले ग्राहकों और व्‍यापारियों के लिए एक मूल्‍यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करती है।

शहरी भारत के डिजिटल भुगतान परिदृश्‍य की यहां एक झलक दी गई है, जिसे बड़े और मध्‍यम आकार के शहरों में वर्गीकृत किया गया है:

  • यूपीआई सबसे आगे: यूपीआई शहर में निर्विवाद लीडर के रूप में उभरा है, जो एक राष्ट्रीय ट्रेंड को दर्शाता है। अहमदाबाद जैसे बड़े और मध्यम आकार के शहरों में 37 प्रतिशत से अधिक लेनदेन यूपीआई के माध्यम से किए जाते हैं, जो रोजमर्रा की खरीदारी में इसके प्रभुत्व को उजागर करता है।
  • रिवार्ड देते हैं अपनाने की प्रेरणा: शहर में उपभोक्‍ताओं के लिए, रिवार्ड प्रोग्राम डिजिटल भुगतान के लिए उनकी पसंद को प्रभावित करने वाला एक महत्‍वपूर्ण कारक है। यह राष्‍ट्रीय ट्रेंड के अनुरूप है, जहां सुविधा और स्‍पीड के बाद रिवार्ड अहमदाबाद जैसे बड़े और मध्‍यम आकार के शहरों में डिजिटल भुगतान को अपनाने के लिए तीसरा सबसे महत्‍वपूर्ण कारक है।
  • डिजिटल वॉलेट का बढ़ता चलन : डिजिटल वॉलेेट अहमदाबाद में लोकप्रियता हासिल करने वाला एक और डिजिटल भुगतान का तरीका है। बड़े और मध्‍यम आकार के शहरों में करीब 13 प्रतिशत लेनदेन डिजिटल वॉलेट के जरिये होते हैं।
  • क्रेडिट कार्ड का बढ़ता उपयोग: यूपीआई से पीछे रहने के बावजूद, शहर में क्रेडिट कार्ड का उपयोग आशाजनक है। बड़े और मध्‍यम आकार के शहरों में 7 प्रतिशत तक लेनदेन क्रेडिट कार्ड के माध्‍यम से होते हैं, जो क्रेडिट आधारित भुगतान में वृद्धि का संकेत देता है।

  • खुदरा क्षमता और डिजिटल भुगतान: किर्नी इंडिया रिटेल इंडेक्‍स के मूल्‍याकंन के मुताबिक, शहर की खुदरा क्षमता, डिजिटल भुगतान वृद्धि के लिए एक आशाजनक बाजार के रूप में इसकी स्थिति को रेखांकित करती है। शहर का खुदरा व्‍यापार, बाजार के आकार, उपभोग संकेतक, और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस जैसे कारकों द्वारा निर्धारित होता है, जो इसके उच्‍च स्‍तर के डिजिटल भुगतान को अपनाने का पूरक है। खुदरा क्षमता और डिजिटल भुगतान के बीच यह तालमेल अहमदाबाद के जीवंत बाजार की गतिशीलता में साफतौर पर दिखाई देता है।

  • उभरते भुगतान तरीके और बीएनपीएल: शहर उभरते भुगतान तरीकों को अपनाने की आशाजनक क्षमता रखता है। बाई नाउ पे लेटर (बीएनपीएल) समाधान की लोकप्रियता बढ़ रही है, 88 प्रतिशत उत्‍तरदाता इस भुगतान विकल्‍प के बारे में जानते हैं। इसके अलावा, शहर में वियरेबल पेमेंट्स (27%) और वॉइस-एक्टिवेटेड असिस्‍टैंट (24%) की लोकप्रियता, बड़े महानगरों की तुलना में थोड़ी कम है, डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में भविष्‍य के विकास और इन्‍नोवेशन के लिए अवसर प्रदान करती है।

पूरी रिपोर्ट देखने के लिए यहां  क्लिक करें।

 

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