पूज्य मोरारी बापू प्रेरित आदिकवि नरसिंह मेहता साहित्य निधि ट्रस्ट द्वारा हर वर्ष एक वर्तमान गुजराती कवि को उनके सम्पूर्ण साहित्यिक योगदान के लिए नरसिंह मेहता पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। इस पुरस्कार में गुजराती भाषा के आदिकवि नरसिंह मेहता की प्रतिमा, शॉल, सूत्रमाला और 1,51,000 रुपये की सम्मान राशि शामिल होती है।
वर्ष 2024 का नरसिंह मेहता पुरस्कार प्रसिद्ध कवि श्री कमल वोरा को आगामी शरद पूर्णिमा, 16 अक्टूबर 2024, बुधवार शाम 6 बजे रामवाड़ी, तलगाजरडा में पूज्य मोरारी बापू, ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री रघुवीर चौधरी और अन्य साहित्यकारों एवं विद्वानों की उपस्थिति में प्रदान किया जाएगा। इस अवसर पर श्री राजेश पंड्या कमल वोरा के साहित्यिक कार्यों पर वक्तव्य देंगे और पूज्य मोरारी बापू प्रसन्नता व्यक्त करेंगे।
इस अवसर पर कवि विनोद जोशी के साहित्य अकादमी, दिल्ली द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित प्रबंधकाव्य ‘सैरंध्री’ का नृत्य-नाट्य रूपांतरण भी प्रस्तुत किया जाएगा। इस प्रस्तुति का निर्देशन अदिति देसाई ने किया है और इसमें अभिनय आरजे देवकी और अन्य कलाकार करेंगे।
मुंबई स्थित कवि श्री कमल वोरा गुजराती भाषा के उत्तर-आधुनिक काल के विशिष्ट कवि हैं। वे ‘एतद्’ नामक गुजराती साहित्यिक त्रैमासिक पत्रिका के संपादक भी हैं। उनकी पहली कविता संग्रह ‘अरव’ 1991 में प्रकाशित हुई थी, इसके बाद ‘अनेकएक’ (2012), ‘वृद्धशतक’ (2015), ‘झूठ्ठाणां’ (2023) और अनुवाद संग्रह ‘अनुजा’ (2023) प्रकाशित हुए। उनकी कविताओं का हिंदी, मराठी, बांग्ला, कन्नड़ और अंग्रेजी में अनुवाद हो चुका है।
उन्हें ‘अनेकएक’ संग्रह के लिए 2016 में साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला था। उनकी काव्य संग्रह ‘अरव’ को उमाशंकर जोशी पुरस्कार प्राप्त हुआ था और उन्हें 2020 में गंगाधर राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।