इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY), इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C)और सूचना और प्रसारण मंत्रालय (MIB)के सहयोग से चलाया जा रहा यह सुरक्षा कैंपेन, स्कैम्स और साइबर धोखाधड़ी के खिलाफ सरकार के मिशन को देगा मजबूती
भारत 14 अक्टूबर 2024: मेटा ने आज अपना सेफ्टी कैंपेन ‘स्कैम्स से बचो‘ शुरू किया है। इस कैंपेनका मकसद लोगों को ऑनलाइन धोखाधड़ी से सुरक्षित रहने और डिजिटल दुनिया में सही आदतें अपनाने के बारे में जागरूक करना है। इसके लिए मेटा ने बॉलीवुड स्टारआयुष्मान खुरानाके साथ साझेदारी की है। यह कैंपेनइलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY), इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C), औरसूचना और प्रसारण मंत्रालय (MIB) के सहयोग से शुरू किया गया है। इस कैंपेन के जरिए मेटा लोगों की ऑनलाइन सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराता है, साथ ही तेजी से बढ़ते ऑनलाइन स्कैम्स और साइबर धोखाधड़ी से निपटने के सरकार के प्रयासों को भी समर्थन देता है।
कैंपेन में उन आम स्कैम्स के बारे में जानकारी दी गई है, जिनका सामना लोग रोजमर्रा की जिंदगी में करते हैं। यह लोगों को किसी भी ऑनलाइन फैसले से पहले सतर्क और सावधान रहने के लिए प्रेरित करता है। यह फिल्म फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप जैसे प्लेटफॉर्म्स पर मौजूद सुरक्षा फीचर्स के बारे में जानकारी देकर यूजर्स को अपनी ऑनलाइन सुरक्षा को लेकर सशक्त बनाती है।आपपूरीफिल्मयहांदेखसकतेहैं: https://www.facebook.com/MetaIndia/videos/1082499483221216/.
फिल्म में, आयुष्मान खुरानाएक शादी समारोह में मेहमान की भूमिका निभाते हैं, जो मजेदार अंदाज में लोगों को समझाते हैं कि कैसे वे ऑनलाइन स्कैम्स से बच सकते हैं। वहटू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन, ब्लॉक और रिपोर्ट, औरव्हाट्सएप ग्रुप प्राइवेसी सेटिंग्सजैसे मेटा के सेफ्टी फीचर्स के बारे में बताते हैं। यह अभियान लोगों को याद दिलाता है कि मेटा के इन-बिल्ट सेफ्टी टूल्स कैसे ऑनलाइन धोखाधड़ी, स्कैम्स और अकाउंट संबंधी फ्रॉड से बचाने में मदद करते हैं।
इस कैंपेन के लॉन्च के बारे मेंआयुष्मान खुरानाने कहा, “आज के डिजिटल दौर में, ऑनलाइन स्कैम्स और धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कई बार कुछ चीजें इतनी असली लगती हैं कि लोग आसानी से धोखा खा जाते हैं, इसलिए सतर्क रहना और खुद को सुरक्षित रखना बेहद जरूरी है। मुझे मेटा की इस पहल का हिस्सा बनकर खुशी है, जो लोगों को ऑनलाइन स्कैम्स से बचाने के लिए जागरूक कर रही है। यह उन्हें याद दिलाता है कि कोई भी फैसला लेने से पहले दो बार सोचें और मेटा के सेफ्टी टूल्स का इस्तेमाल करें, ताकि आपकी ऑनलाइन सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।”
मेटा इंडिया के हेड ऑफ पब्लिक पॉलिसी और वाइस प्रेसिडेंट शिवनाथ ठुकरालने कहा, “हम ऑनलाइन स्कैम्स की बढ़ती घटनाओं की गंभीरता को समझते हैं और इसे रोकने के लिए सभी के सहयोग की जरूरत है। मेटा लगातार टेक्नोलॉजी और संसाधनों में निवेश कर रहा है ताकि स्कैमर्स से आगे रहा जा सके। हमारा सुरक्षा कैंपेन‘स्कैम्स से बचो‘लोगों को ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाने के लिए उनके पास मौजूद सेफ्टी टूल्स और फीचर्स के बारे में जागरूक करने का एक प्रयास है। हमें उम्मीद है कि यह अभियान यूजर्स को पसंद आएगा और उन्हें सुरक्षित रहने की आदतें सिखाएगा, जिससे वे खुद और अपने परिवार और दोस्तों को सुरक्षित रख सकेंगे।”
इस कैंपेन में कई प्रकार के ऑनलाइन धोखाधड़ी और स्कैम्स को दिखाया गया है, जैसेओटीपी स्कैम्स, जो आपके निजी खातों और गोपनीय जानकारी को खतरे में डाल सकते हैं, औरनकली पहचानके जरिए पैसे ठगने वाले स्कैम्स, जहां स्कैमर्स आपको जल्दबाजी में पैसे देने के लिए तात्कालिकता का माहौल बनाते हैं। इसके अलावा, फेक लोन ऐप्स, फर्जी निवेश और ट्रेडिंग ऑफर्सजो अविश्वसनीय मुनाफे का लालच देते हैं, भी शामिल हैं। यह अभियान बताता है कि कैसे मेटा के आसान और प्रभावी सेफ्टी फीचर्स इन सभी प्रकार के ऑनलाइन स्कैम्स से बचाने में मदद कर सकते हैं, जिससे यूजर्स अपनी ऑनलाइन सुरक्षा को सुनिश्चित कर सकते हैं।
मेटा में 40,000 से ज्यादा लोग दुनिया भर में सेफ्टी और सिक्योरिटी पर काम कर रहे हैं। 2016 से, मेटा ने अपनी टीमों और टेक्नोलॉजी में 20 बिलियन डॉलर से ज्यादा का निवेश किया है। इसमें 15,000 लोग शामिल हैं, जो 70 से अधिक भाषाओं में फेसबुक, इंस्टाग्राम और थ्रेड्स पर कंटेंट की समीक्षा करते हैं, जिनमें 20 भारतीय भाषाएं भी शामिल हैं। पिछले तीन वर्षों में, मेटा ने 50 से ज्यादा सेफ्टी टूल्स और फीचर्स लॉन्च किए हैं ताकि ऑनलाइन सुरक्षा को बढ़ावा दिया जा सके। हम लगातार ऐसे नए तरीके खोज रहे हैं, जो उपभोक्ताओं को ऑनलाइन सुरक्षा के बारे में जागरूक कर सकें और स्कैम से जुड़ी सामग्री के खिलाफ हमारे सिस्टम को और मजबूत बना सकें।