प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु मोरारी बापू सद्भावना वृद्धाश्रम के लाभार्थ राजकोट में एक रामकथा करेंगे। इस कथा का उद्देश्य बुजुर्गों के कल्याण तथा राज्य में पर्यावरण संरक्षण के कार्यों में सहयोग करना है।
राजकोट स्थित सद्भावना वृद्धाश्रम बुजुर्गों की सेवा में अपने समर्पण के लिए जाना जाता है। संस्था की गतिविधियाँ भक्ति, दान और सामाजिक कल्याण का संगम हैं। यह रामकथा राजकोट के रेस कोर्स मैदान में 23 नवंबर से 1 दिसंबर तक आयोजित की जाएगी, और इसकी सारी आय वृद्धों की सहायता और वृक्षारोपण अभियानों के लिए खर्च की जाएगी।
मोरारी बापू ने अपना जीवन भगवान राम और रामायण के संदेश को फैलाने में समर्पित किया है। उनके उपदेश प्रेम, करुणा और मानवता पर आधारित हैं, और वे दुनिया भर में करोड़ों लोगों को प्रेरित करते हैं। राजकोट में होने वाली यह रामकथा उनकी 947वीं कथा होगी। सामाजिक कार्यों के प्रति मोरारी बापू की प्रतिबद्धता व्यापक रूप से जानी जाती है और वे विभिन्न पहलों का समर्थन करते हैं।
सद्भावना वृद्धाश्रम परिवार सभी से इस रामकथा में भाग लेने और एक नेक उद्देश्य में योगदान देने का आग्रह करता है।