मुंबई 14 दिसंबर 2024: पॉवरफुल ग्रुप की शनिवार को शुरू हुई इन्वेस्टर कॉन्फ्रेंस ’24, में इन्डस्ट्री, इन्वेस्टमेन्ट और रूरल डेवलपमेन्ट के क्षेत्र की अग्रणी हस्तियाँ शामिल हुईं।
सम्मेलन का उद्घाटन कईं जाने-माने महानुभावो की उपस्थिति में हुआ जिनमें, एडवोकेट मनस्वी थापर ( -राजनीतिक विचारक और सीरियल उद्यमी ), अमित परिख (एमएसएमई और स्टार्टअप फ़ोरम भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष), तथा लिपि खंधार का समावेश होता है।
अपने उद्घाटन भाषण में स्टेप2स्टेपअप इंक. और पॉवरफुल ग्रुप की फाउन्डर वसुंधरा पवार ने कॉन्क्लेव के विज़न को स्पष्ट करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से प्रभावी इन्वेस्टमेन्ट को बढ़ावा देने के साथ-साथ सस्टेनेबल इकोनोमिक ग्रोथ को बढ़ावा देने के लिए एक मंच उपलब्ध कराना है।
पवार ने कहा, “इन्वेस्टर कॉन्फ्रेंस ’24 का लक्ष्य भारत में उद्योगसाहसिकता के भविष्य को आकार देना है। यह सम्मेलन, देश की महिला उद्योगसाहसिकों को मजबूती देने से लेकर रूरल डेवलपमेन्ट के प्रोजेक्ट्स को आगे बढ़ाने तक, इन्डियन इकोनोमी में अवसरों को पैदा करने और सस्टेनेबल ग्रोथ को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
पावरफुल ग्रुप के को-फाउन्डर कुणाल देवमाने ने संस्था के लक्ष्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हम दुनिया की अपनी तरह की पहली- रीटर्न ओन इन्वेस्टमेन्ट आधारित, वैज्ञानिक रूप से सिद्ध, पद्धति के माध्यम से देश भर में रोजगार के 50000 अवसर पैदा करना चाहते हैं ।
ग्लोबल ट्रेड एन्ड नेटवर्किंग के बारे में नेहल मेहता ने कहा, “पावरफुल ग्रुप जैसे प्लेटफॉर्म सतत विकासशील ग्लोबल ट्रेड के कईं दृष्टिकोणों को एक साथ लाकर आपसी सहयोग को बढ़ावा देते हैं, जो सभी के लिए लाभप्रद होता है।”
कार्यक्रम में आयोजित अलग अलग सेशन्स और पैनल चर्चाओं में “उद्योगसाहसिकता में महिलाओं का प्रभाव” पर भी एक सत्र भी शामिल था। गुजरात भाजपा की महिला विंग की उपाध्यक्ष लिपि खंधार, एलए इंडिया फैशन वीक की फाउन्डर स्मिता वसंत और श्रंक 3डी की पार्टनर साधना बेंद्रे जैसे प्रतिष्ठित वक्ताओं ने अपने अमूल्य विचार रखे। लिपि कंधार ने महिला उद्योगसाहसिकों को आनेवाली लास्ट माईल्स चुनौतियों का समाधान करने की पहल पर जोर दिया और खास महिलाओं के लिए बनाई गई सरकारी नीतियों के बारे में जागरूक होने की जरूरत पर भार दिया।
की-नोट भाषणों में से एक,एडवोकेट, सीरियल इन्वेस्टर और कैंडर लीगल के फाउन्डर मनस्वी थापर का भाषण शामिल था। थापर ने “इफेक्टिव मेंटरशिप के माध्यम से उद्योगसाहसिकता का विकास” विषय पर अपना वक्तव्य रखा । उन्होंने बताया कि भारत के पास उद्योगसाहसिकता की अनूठी ताकत है । हमारे देश के पास एक उभरता हुआ टैलेंट पूल है जिसके साथ एक डायनेमिक स्टार्टअप इकोसिस्टम भी है। इस स्थिति में युवा उद्यमी इनोवेशन करके भारत की आर्थिक प्रगति में योगदान दें उसकें लिए मेंटरशिप की बड़ी भूमिका है।
कार्यक्रम के दौरान एक सेशन एमएसएमई के विकास के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के विषय पर रखा गया था जिसमें अमित परिख, एडवोकेट दुर्गेश गुप्ता और विनय पुनमिया ने छोटे और मध्यम स्तर के उद्यमों को बढ़ाने में टेक्नोलोजी के ट्रान्फोर्मेटिव रोल के बारे में बात की।
सम्मेलन के दौरान ‘प्रोजेक्ट ह्यूमैनिटी इनिशिएटिव’ का शुभारंभ भी किया । यह इनिशिएटिव ग्रामीण भारत में शिक्षा और रोजगार को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया एक व्यापक कार्यक्रम है। इसके प्रमुख तत्वों में, आगामी 4 वर्षो में कुल 240 उद्यमियों को तैयार करना है जो एक निःशुल्क उद्योगसाहसिकता प्रबंधन संस्थान की स्थापना द्वारा होगा । इस संस्थान में 24 महीने की ट्यूशन फ्री मास्टर ट्रेनिंग दी जायेगी । इसके अतिरिक्त, इस पहल में पूर्वोत्तर भारत में कोस्ट इफेक्टिव रिटायरमेन्ट तथा स्वास्थ्य सेवा सुविधाओं को विकसित करने की परियोजना भी शामिल है। इस योजना का लक्ष्य अगले दो दशकों में अधिक से अधिक नौकरियों का सृजन करना है। ये सुविधाएँ ऑक्सीजन से भरपूर पहाड़ी क्षेत्रों में किफायती आवास और चिकित्सा सेवा प्रदान करेंगी।
कार्यक्रम का समापन ग्रामीण भारत में इन्फ्रास्ट्रक्चर तथा विकास में निवेश के अवसरों पर चर्चा के साथ हुआ। इस चर्चा में RE/MAX India के चेरमेन अंचल सक्सेना जैसे उद्योगपति शामिल थे। पैनल ने रूरल इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में इन्वेस्टमेन्ट्स पर गारंटी के साथ रिटर्न की व्यवहार्यता के बारें में चर्चा करने के साथ-साथ उन्हें देश विकास के क्रिटिकल ड्राइवर के रूप में स्थान दिया।