गौरक्षक सेवा संघ में 1,000 से अधिक सदस्य जुड़े हैं।
अब तक गौरक्षक सेवा संघ ने 50 से अधिक गायों को कत्लखानों में जाने से बचाया है।
अहमदाबाद 23 दिसंबर 2024: गौरक्षक सेवा संघ की शुरुआत लगभग छह से सात महीने पहले हुई थी। इस संगठन का उद्देश्य गौमाता की रक्षा और सेवा करना है।
गौरक्षक सेवा संघ में अहमदाबाद और आसपास के गांवों से 1,000 से अधिक सदस्य जुड़े हुए हैं, जो गौमाता की सेवा और रक्षा का कार्य कर रहे हैं। यह समूह बीमार गायों, सड़क पर घूमने वाली गायों, दूध न देने वाली त्यजी गई गायों और दुर्घटनाग्रस्त गायों का निशुल्क इलाज करता है। खास बात यह है कि यह समूह कत्लखानों में जा रही गायों को भी बचा रहा है।
गौरक्षक सेवा संघ के सदस्य लोगों से अपील करते हैं कि गौहत्या बंद की जाए। अगर किसी को पता चले कि कोई गाय कत्लखाने ले जाई जा रही है, तो वे उनसे संपर्क करें। अब तक 50 से अधिक गायों को कत्लखाने में जाने से बचाया गया है। यह समूह किसी से चंदा नहीं लेता और इसे नौकरीपेशा लोग और व्यवसायी चला रहे हैं।
वर्तमान में, मेहमदाबाद के पास एक गौशाला है और दूसरी गौशाला जनवरी तक शुरू होने वाली है। फिलहाल, गौशाला में 40-42 गायें और बछड़े हैं।
गौरक्षक सेवा संघ के सभ्य यह सेवा कई वर्षों से करते आ रहे हैं, लेकिन इस समूह को बनाने का विचार 7-8 महीने पहले एक घटना के बाद आया। कार से जाते समय कुछ सभ्यों ने एक गाय को सड़क पर देखा। उन्होनें तुरंत गाड़ी रोकी और गाय को हटाने की कोशिश की। जब उन्होनें ऐसा किया, तो देखा कि गाय की आँखों से आँसू बह रहे थे। उसी दिन उन्होनें गायों की रक्षा के लिए एक समूह बनाने का निर्णय लिया।
गौरक्षक सेवा संघ की शुरुआत यशभाई, मौलिकभाई, आदर्शभाई और वरुणभाई ने की थी और आज इस समूह में 1,000 से भी अधिक सदस्य जुड़ चुके हैं।
सभी जानते हैं कि रात के समय सड़कों पर कई जगहों पर गायें दिखाई देती हैं। गायों के दुर्घटनाग्रस्त होने से बचाने के लिए, गौरक्षक सेवा संघ ने अहमदाबाद और आसपास के क्षेत्रों में 25,000 से अधिक रेडियम बेल्ट का वितरण किया है।