– श्री. विक्रमजीत सिंह, प्रमुख, एचआर आईएलएम व एडमिनिस्ट्रेशन, बजाज आलियांज़ जनरल इंश्योरेंस
अहमदाबाद 25 नवंबर 2024: अंतर्राष्ट्रीय धोखाधड़ी जागरूकता सप्ताह 2024 शुरू होने ही वाला है, तो इस उपलक्ष में आइए बीमा संबंधी धोखाधड़ियों की गंभीर समस्या को समझने और इससे मिलकर मुकाबला करने के तरीकों को जानने का प्रयास करें. सामान्य बीमा का सेक्टर अधिकांश उद्योगों से गहरी तरह से जुड़ा हुआ है, जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर, मोटर वाहन, स्वास्थ्य कल्याण, कृषि, और देखा जाए तो समग्र समाज के साथ भी. यह व्यक्तियों और बिज़नेस को आवश्यक आर्थिक सुरक्षा प्रदान करके अर्थव्यवस्था को मज़बूत बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देता है. यह समझना बहुत ज़रूरी है कि इसके कई लाभों के बावजूद, लोग बीमा खरीदने से हिचकिचाते क्यों हैं. देखा जाए तो बीमा के क्षेत्र में संयुक्त रेशियो 100% से अधिक है — यानि हम प्राप्त प्रीमियम से ज़्यादा के क्लेम भुगतान करते हैं. लेकिन इसके बावजूद, इस उद्योग से क्लेम भुगतान प्राप्त करने के बारे में आज भी लोगों को शंका क्यों होती है?
इस असमंजस का एक प्रमुख कारण है बीमा धोखाधड़ी, जिसकी वजह से भारतीय बीमा उद्योग को सालाना करोड़ों रुपयों का नुक्सान होता है. धोखाधड़ी वाले क्लेम्स के कारण क्लेम रेशियो बढ़ जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप प्रीमियम भी बढ़ जाते हैं और विश्वास घट जाता है. इस तरह की कुप्रथाएं उद्योग के विकास का मार्ग रोकती हैं और समाज पर बुरा प्रभाव भी डालती हैं.
हर बीमा अनुबंध का मूल सिद्धांत होता है “विश्वास”, जिसके अनुसार सभी पक्षों को ईमानदारी से पेश आना चाहिए और सही जानकारी प्रकट करनी चाहिए. क्लेम्स की तेज़ प्रोसेसिंग और कुशल भुगतान, दावेदारों को बिना देरी के आर्थिक नुकसान से उभरने में मदद करते हैं, और समाज में बीमा की छवि को सुधारकर, ज़्यादा लोगों को बीमा अपनाने के लिए प्रेरित करते हैं.
लेकिन, धोखाधड़ी इस विश्वास को कम करती है और बीमा प्रदाता द्वारा सही व मान्य क्लेम्स को कुशलतापूर्वक प्रोसेस करने की क्षमता को कम करती है. धोखाधड़ी के अनुभवों की वजह से, बीमा कंपनियों ने धोखाधड़ी की गतिविधियों को पहचानने और उनसे बचने के लिए कई सिस्टम तैयार किए हैं. फिर भी, धोखाधड़ी की वजह से कई खर्च बढ़ जाते हैं, जैसे अधिक कार्यबल तैयार करना, वित्तीय कोष बनाना आदि.
आइए देखें बीमा संबंधी कुछ आम धोखाधड़ी की गतिविधियां, जिनसे रिश्ते कमज़ोर होते हैं:
- नकली एक्सीडेंट: धोखेबाज़ लोग जानबूझकर एक्सीडेंट करते हैं और फिर वाहन एवं व्यक्ति को चोट पहुंचने के झूठे क्लेम दर्ज करते हैं. उदाहरण के लिए, आमदनी कम होने पर, कुछ लोग अपनी ही फैक्टरी में आग लगाकर उसे दुर्घटना का रूप दे देते हैं. ऐसे झूठे एक्सीडेंट करके वे अपने बिज़नेस के नुकसान की भरपाई करने के लिए बीमा के क्लेम का सहारा लेने की कोशिश करते हैं.
- झूठी बिलिंग: इसमें स्वास्थ्य सेवा प्रदाता सेवाओं का दाम बढ़ा-चढ़ाकर, या झूठी सेवाओं को बिल में जोड़ देते हैं. ऐसा अक्सर बीमा के लाभों का गलत फायदा उठाने के लिए किया जाता है, जिससे बीमा प्रदाता एवं रोगियों के खर्च बढ़ते हैं लेकिन स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को ज़्यादा पैसे मिलते हैं.
- नकली पॉलिसीज़: धोखेबाज़ प्रमाणिक बीमा प्रदाता बनने का नाटक करते हैं और नकली व अमान्य पॉलिसी बेचकर प्रीमियम इकठ्ठा करते हैं. वे कवरेज की सुरक्षा चाहने वाले भोले व सच्चे ग्राहकों के साथ विश्वासघात करते हैं. क्योंकि ये पॉलिसीज़ नकली व अमान्य होती हैं, उनकी कोई कानूनी वैधता नहीं होती, और पीड़ितों को क्लेम दर्ज करवाने तक पता भी नहीं चलता कि उनके पास कवरेज की सुरक्षा नहीं है.
- झूठे नुकसान: बीमित व्यक्ति क्लेम राशि को बढ़ाने के लिए जानबूझकर क्षतिग्रस्त या बीमित प्रॉपर्टी की झूठी स्थिति प्रस्तुत करते हैं.
धोखाधड़ी के शिकार बनने से बचने के लिए, ग्राहकों को इन युक्तियों का पालन करना चाहिए:
- पॉलिसी की प्रामाणिकता की जांच करें: बीमा प्रदान करने वाले व्यक्ति या संस्थान का मान्य लाइसेंस चेक करें और उनकी प्रामाणिकता की पुष्टि करें. पॉलिसी की प्रामाणिकता स्थापित करने के लिए बीमा प्रदाता की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और उनसे संपर्क करें.
- चैनल की जांच करें: केवल विश्वसनीय स्रोतों से ही पॉलिसी खरीदें. ऑनलाइन पॉलिसी खरीदते समय, बीमा प्रदाता की आधिकारिक वेबसाइट का ही इस्तेमाल करें, क्योंकि धोखेबाज़ अक्सर ग्राहकों को झांसा देने के लिए नकली वेबसाइट बनाते हैं. सुनिश्चित करें कि आप बीमा प्रदाता की आधिकारिक वेबसाइट डोमेन और सुरक्षित ‘https’ वेबसाइट का इस्तेमाल कर रहे हैं.
- पैनल में शामिल सेवाओं का उपयोग करें: उचित क्वालिटी की देखभाल और डिस्काउंट पाने के लिए पैनल में शामिल अस्पतालों और मोटर गराजों पर ही जाएं.
- सुरक्षित भुगतान विधियां चुनें: ट्रांज़ैक्शन का स्पष्ट विवरण बनाने के लिए चेक, डेबिट/क्रेडिट कार्ड या ऑनलाइन माध्यमों से ही सीधे बीमा प्रदाता को भुगतान करें.
जहां एक ओर सतर्क ग्राहक धोखाधड़ी की कई घटनाओं को रोक सकते हैं, वहीं दूसरी ओर बीमा प्रदाता भी धोखाधड़ी की गतिविधियों का पता लगाने और उनकी रोकथाम के लिए फोरेंसिक साइंस, डेटा एनालिटिक्स और एडवांस्ड टेक्नोलॉजी का सहारा लेते हैं. सरकार, नियामकोंऔरInsurance Information Bureau (IIB), VAHAN, UIDAI, RTO, CCTNS, कोर्ट रिकॉर्ड्स और मेडिकल काउंसिल जैसे संस्थानों के सहयोग से, बीमा उद्योग धोखाधड़ी का पता लगाने, और जोखिम की पहचान एवं रोकथाम करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है. यह सहयोग बीमा प्रदाताओं को क्लेम की सूचना जल्दी प्राप्त करने में मदद करेगा, जिससे सेटलमेंट तेज़ी से होंगे और मुकदमे भी कम होंगे.
जानकार बनकर और सावधान रहकर, ग्राहक धोखाधड़ी से सुरक्षित रह सकते हैं. उद्योग के प्रयासों के साथ, हम बीमा के लिए एक सुरक्षित और विश्वसनीय वातावरण बना सकते हैं. बजाज आलियांज़ जनरल इंश्योरेंस धोखाधड़ी से लड़ने और सच्चे ग्राहकों को सुरक्षा एवं लाभ प्रदान करने के लक्ष्य की ओर सदैव प्रतिबद्ध है. हमारा प्रयास है कि हम सभी हितधारकों के सहयोग एवं सतत इनोवेशन के बल पर एक मज़बूत एवं पारदर्शी बीमा वातावरण बनाएं.
इस अंतर्राष्ट्रीय धोखाधड़ी जागरूकता सप्ताह 2024 पर, आइए सतर्क रहने और धोखाधड़ी से लड़ने के लिए साथ मिलकर काम करने की शपथ लें, और सभी के लिए बीमा को और भी सुरक्षित और विश्वसनीय बनाएं.