नई दिल्ली/मुंबई, 23 जुलाई 2024: सीमेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (सीएमए) ने आज केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत यूनियन बजट 2024-25 का स्वागत किया। यह बजट भारत की आर्थिक वृद्धि के लिए एक सराहनीय दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है, जिसमें इंफ्रास्ट्रक्चर विकास, रोजगार सृजन और ऊर्जा सुरक्षा पर विशेष जोर दिया गया है।
बजट पर टिप्पणी करते हुए सीमेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (सीएमए) के अध्यक्ष और श्री सीमेंट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री नीरज अखौरी ने कहा, “वैश्विक अनिश्चितताओं और मुद्रास्फीति के परिप्रेक्ष्य में, केंद्रीय बजट 2024-25 रूपांतरकारी और भविष्य-दर्शी है, जो वित्तीय समेकन पर ध्यान केंद्रित करता है। 11 लाख करोड़ रुपये की पूंजीगत व्यय की घोषणा सरकार की विभिन्न महत्वपूर्ण परियोजनाओं और आवंटनों के माध्यम से भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जिससे सीमेंट और अन्य निर्माण सामग्रियों की मांग बढ़ेगी। ये पहल सामूहिक रूप से विभिन्न क्षेत्रों में भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए बजट के व्यापक और रणनीतिक दृष्टिकोण को दर्शाती हैं।”
उन्होंने कहा, “इसके अतिरिक्त, सीमेंट उद्योग भारत सरकार के नेट जीरो लक्ष्यों के साथ संगत है। ‘हार्ड टू अबेट’ उद्योगों को ‘परफॉर्म, अचीव एंड ट्रेड’ मोड से ‘इंडियन कार्बन मार्केट’ मोड में स्थानांतरित करने का ट्रांजिशन रोडमैप एक स्वागत योग्य कदम है। यह रोडमैप भारत के ऊर्जा इंफ्रास्ट्रक्चर को और बढ़ावा देगा और नवीकरणीय ऊर्जा अपनाने को प्रोत्साहित करेगा। समग्र रूप से, यह बजट अर्थव्यवस्था और पर्यावरण दोनों के लिए लाभकारी है, और सीमेंट उद्योग राष्ट्र के विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है।”
सीएमए के उपाध्यक्ष और जेएसडब्ल्यू सीमेंट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री पार्थ जिंदल ने कहा, “बजट वास्तव में एक मजबूत और लचीली अर्थव्यवस्था के लिए मार्ग प्रशस्त करता है, जो विकास को समतुल्य और स्थायी बनाता है। इसका रोजगार, कौशल विकास और शहरी विकास पर ध्यान केंद्रित करना समावेशी विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रधानमंत्री के पैकेज, जिसमें कौशल और रोजगार से जुड़े प्रोत्साहनों पर जोर दिया गया है, न केवल कार्यबल की क्षमताओं को बढ़ाएगा, बल्कि सीमेंट क्षेत्र में नई नौकरियों के अवसर भी उत्पन्न करेगा। जैसे-जैसे सीमेंट उद्योग नई तकनीकों के साथ तालमेल बिठा रहा है, भारत को एक ऐसे कार्यबल की आवश्यकता है जो कुशल और सुसज्जित हो। शिक्षा, रोजगार, और कौशल विकास पहलों के लिए 1.48 लाख करोड़ रुपये का आवंटन एक कुशल कार्यबल के निर्माण में बड़ा प्रभाव डालेगा, जो सीमेंट उद्योग में प्रभावी ढंग से योगदान कर सकता है। सीमेंट उद्योग भारत में रोजगार सृजन का एक प्रमुख योगदानकर्ता है। सीमेंट उद्योग बजट की रणनीतिक पहलों का स्वागत करता है और नवाचार और स्थायी प्रथाओं के माध्यम से इन प्रयासों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है।”