~#BenchPeBaatउन स्थायी बेंचों को दिखाता है, जिनमें से हर एक को आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 के दौरान इकट्ठा किये गए 50 किलो रिसाइकल्ड प्लास्टिक कचरे से बनाया गया है
~इन बेंचों को भारत के 10 शहरों में स्कूलों, कॉलेजों, सार्वजनिक पार्कों, और नगर निगम के कार्यालयों में स्थापित किया गया
नई दिल्ली, जून 5, 2024 : विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर कोका-कोला इंडिया ने #BenchPeBaat को लॉन्च किया।इस कैंपेन का उद्देश्य लोगों के बीच सच्चे संबंधों और बातचीत की भावना को फिर से जगाना है। यह कैंपेन चक्रीय अर्थव्यवस्था और पूरे भारत में समुदायों में सार्थक बातचीत को बढ़ावा देने के माध्यम से वर्ल्ड विदाउट वेस्ट (कचरामुक्त विश्व) बनाने के प्रति कोका-कोला इंडिया की प्रतिबद्धता का जश्नमनाता है। अपने फाउंडेशन, आनंदना के माध्यम से कोका-कोला ने यूनाइटेड वे मुंबई के सहयोग से भारत के 10 शहरों में 380 स्थायी बेंचों को लगाया है। इन पुनर्कल्पित बेंचों को रिसाइकल्ड प्लास्टिक कचरे से बनाया गया है, जिसे आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 के दौरान इकट्ठा किया गया था। इसका उद्देश्य एक समय पर एक बातचीत के साथ एकदम नया ताजगीपूर्णलाना है।
हर एक बेंच को लगभग 50 किलोग्राम रिसाइकल्ड प्लास्टिक कचरे से बनाया गया है। इन इको-फ्रेंडली बेंचों को भारत के 10 शहरों में स्कूलों, कॉलेजों, सार्वजनिक पार्कों, और नगर निगम के कार्यालयों में स्थापित किया गया है। ये शहर दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, अहमदाबाद, पुणे, धर्मशाला और लखनऊ हैं।
इस कैंपेन के विषय में कोका-कोला इंडिया और साउथवेस्ट एशिया (आईएनएसडब्लूए) के सीनियर डायरेक्टर-सीएसआर और सस्टेनेबिलिटी, राजेश अयापिल्ला ने कहा कि, “कोका-कोला इंडिया में हमलोग वर्ल्ड विदाउट वेस्ट नामक अपनी वैश्विक रणनीति को लेकर प्रतिबद्ध बने हुए हैं। यह रणनीति पैकेजिंग की चक्रीय अर्थव्यवस्था के माध्यम से एक व्यवस्थित बदलाव को प्रेरित करती है। हमारा #BenchPeBaat कैंपेन पर्यावरण की रक्षा को लेकर हमारे सपर्पण का प्रमाण है, क्योंकि हम कचरे को उद्देश्यपूर्ण सामुदायिक संपदाओं में परिवर्तित करते हैं। ये स्थायी बेंच पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के हमारे प्रयासों को दर्शाती हैं।”
इस कैंपेन फिल्म की संकल्पना हवस पीपल इंडिया –हवस इंडिया की टैलेंट कम्युनिकेशन और एम्प्लायर ब्रांडिंग एजेंसी ने की है। इसमें अभिनव एआई-जनरेटेड विजुअल्स का मिश्रण दिखाया गया है जोकिअपने सन्देश के सार को ख़ूबसूरती से कैद करता है। फिल्म को इस प्रकार सावधानीपूर्वक तैयार किया गया है कि दर्शक स्थायी बेंचों की कहानी में वार्तालाप शुरू करने वालों के रूप में खो जाते हैं। इसमें दिल को छू जाने वाली एवं रंगबिरंगी इमेजरी का प्रयोग किया गया है जो दर्शकों के साथ गहराई से जुड़ जाते हैं।
कैंपेन के विषय में हवस इंडिया की टैलेंट कम्युनिकेशन और एम्प्लायर ब्रांडिंग एजेंसी, हवस पीपल इंडिया के एमडी, अरिंदम सेनगुप्ता ने कहा कि, “हमें इस महत्वपूर्ण #BenchPeBaat कैंपेन पर कोका-कोला इंडिया के साथ सहयोग करने गर्व हो रहा है। यह सस्टेनेबिलिटी को लेकर जागरूकता और समर्पण जगाता है। एक साथ मिलकर हम कचरे को इको-फ्रेंडली वस्तुओं में बदल रहे हैं, जो सार्थक पर्यावरणीय अगुआई के निर्माण के लिए हमारी साझा प्रतिबद्धता पर जोर देता है। यह सहयोग बदलाव को प्रेरित करता है और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक ज्यादा उज्ज्वल और ज्यादा संवहनीय भविष्य को बढ़ावा देता है, और इसमें दिखाया गया है कि हमने कैसेइस दृष्टिकोण को साकार करके एक वास्तविक फर्क पैदा किया है।”
यूनाइटेड वे मुंबई के सीईओ, जॉर्ज ऐकारा ने कहा कि, “हम #BenchPeBaat कैंपेन पर कोका-कोला इंडिया के साथ सहयोग करने के लिए उत्साहित हैं। आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान एकत्र किये गए प्लास्टिक के कचरे को इको-फ्रेंडली बेंचों में बदलकर हम न केवल कचरे की समस्या से निपट रहे हैं, बल्कि जीवंत सामाजिक स्थानों का निर्माण करते हुए अभिनव स्ट्रीट फर्नीचर के साथ अपने समुदायों को समृद्ध भी बना रहे हैं। यह पहल संवहनीय पद्धतियों का उदाहरण है, जिससे पर्यावरण संबंधी जागरूकता बढ़ती है, जबकि ये बेंच सामुदायिक संपर्कों के लिए मुख्य केंद्र बिंदु का काम करते हैं।”
पिछले साल, कोका-कोला इंडिया नेआईसीसी मेन्स क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 के दौरान इंटरनेशनल क्रिकेट कौंसिल (आईसीसी) और यूनाइटेड वे मुंबई के साथ मिलकर 10 मेजबान शहरों में स्टेडियम टचप्वाइंट्स और आईसीसी हॉस्पिटैलिटी ज़ोन्स में रिवर्स वेंडिंग मशीनें और कलेक्शन बिन्स रखे थे। वहाँ एकत्र किये गए रिसाइकल्ड प्लास्टिक कचरे से बाद में लगभग 380 स्थायी बेंच बनाए गए, जिन्हें भारत में 10 शहरों में स्थापित किया गया है।