ओलंपिक चैंपियन और दुनिया की सबसे शानदार आइस शो की शो की निर्माता, निदेशक, कोरियोग्राफर और एक मुख्य परफॉर्मर, तातियाना नावका, अपने नए प्रोडक्शन “शेहेरज़ादे – द आइस शो” के साथ भारतीय दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। आइस स्केटिंग की अद्भुत कला को अरेबियन नाइट्स की जादुई कहानियों के साथ जोड़ते हुए, यह शो एक अनूठा दृश्य और भावनात्मक अनुभव होने का वादा करता है। पहली बार तातियाना अपने विश्व-स्तरीय स्केटर्स की टीम के साथ अहमदाबाद के ईकेए एरिना में आ रही हैं, और इस अवसर पर उन्होंने भारतीय संस्कृति की खोज, नए दर्शकों से जुड़ने और इस जादुई कहानी को आइस पर जीवंत करने की प्रेरणा के बारे में अपने विचार साझा किए। आइए जानते हैं उनके विचार:
- गुजरात की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, गरबा, रंगीन वस्त्र, और स्वादिष्ट व्यंजनों के बारे में आपने क्या सुना है? क्या आप और आपकी टीम यहां के किसी खास व्यंजन या सांस्कृतिक अनुभव का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं?
गुजरात की अद्भुत संस्कृति और स्वादिष्ट भोजन का बड़ा नाम है! मैंने गरबा जैसे खूबसूरत पारंपरिक नृत्यों के बारे में सुना है और यहां के आकर्षक वस्त्रों और विविध शाकाहारी व्यंजनों की खोज करने का बेसब्री से इंतजार कर रही हूं। यहां की मसालों की खुशबू और भोजन की रंग-बिरंगी प्रस्तुति निश्चित रूप से इंद्रियों के लिए एक अद्भुत अनुभव होगी। मैं यात्रा को, सीखने का एक अवसर मानती हूं। चाहे वह प्राचीन सभ्यताओं के पदचिह्नों पर चलना हो, सांस्कृतिक परंपराओं को देखना हो, या अनूठे स्वादों का आनंद लेना हो, हर अनुभव मुझ पर गहरा प्रभाव छोड़ता है। यह निरंतर सीखने की प्रक्रिया मेरी रचनात्मकता को प्रेरित करती है और मेरे प्रोजेक्ट्स के लिए नए विचारों को जन्म देती है।
- आइस स्केटिंग को आमतौर पर भारत से नहीं जोड़ा जाता है। आपको क्या लगता है कि अहमदाबाद के दर्शक इस थिएटर, आइस स्केटिंग, और अरबी कहानियों के इस संगम से कैसे जुड़ेंगे?
भारत दुनिया की सबसे समृद्ध संस्कृतियों में से एक है, और साथ ही यह नई चीज़ों के लिए भी हमेशा खुला रहता है। मुझे गर्व है कि मुझे अहमदाबाद को फिगर स्केटिंग की अद्भुत दुनिया से परिचित कराने का सम्मान मिला है। NAVKA SHOW एक ऐसी टीम है जो विश्व चैंपियंस और स्केटिंग के असली सितारों को एकजुट करती है, जिन पर हमारा देश गर्व करता है। हमारे स्केटर्स की परंपरा खेलकूद, कला, और उत्कृष्टता के प्रति समर्पण से भरी है। जैसा कि आप जानते हैं, रूस का फिगर स्केटिंग में एक लंबा और प्रतिष्ठित इतिहास है। “शेहेरज़ादे – द आइस शो” पर एक कहानी नहीं है; यह एक अद्भुत नाटकीय प्रस्तुति है। जटिल कोरियोग्राफी, नाटकीय लाइटिंग, शानदार कॉस्ट्यूम्स और अद्भुत कहानी का संगम दर्शकों को एक अविस्मरणीय अनुभव देगा।
हम आशा करते हैं कि अहमदाबाद हमारे इस भव्य आइस शो को उतना ही पसंद करेगा, जितना हम इसे प्रस्तुत करने के लिए उत्साहित हैं। भारत की दृश्य कला, बॉलीवुड और कहानी कहने की समृद्ध परंपरा को देखते हुए, मुझे पूरा विश्वास है कि “शेहेरज़ादे – द आइस शो” यहां के दर्शकों के दिलों को छू लेगी।
- “शेहेरज़ादे” एक प्रतिष्ठित और सुंदर कहानी है। आपको इसे आइस पर जीवंत करने की प्रेरणा कहां से मिली, और आपने भारतीय दर्शकों के लिए इस प्रोडक्शन में कौन–सी विशेषताएं जोड़ी हैं?
“शेहेरज़ादे” प्रेम और रोमांच की एक कालातीत और खूबसूरत कहानी है। हमने एक ऐसी स्क्रिप्ट पर काम किया है जो विभिन्न संस्कृतियों और इतिहास की अवधियों को मिलाती है और नई कहानी की दिशाएं खोलती है, जिससे यह वैश्विक दर्शकों के लिए उपयुक्त बन जाती है। हमने भारतीय नृत्यों और वेशभूषा को समर्पित एक विशेष एपिसोड जोड़ा है। मैं इस बहुसांस्कृतिक जादुई कहानी को आइस स्केटिंग के माध्यम से प्रस्तुत करना चाहती थी। अद्वितीय ध्वनि डिज़ाइन और दृश्य प्रभाव दर्शकों को एक अविस्मरणीय अनुभव देंगे। मेरा हर प्रोजेक्ट मुझे अपनी सीमाओं को आगे बढ़ाने और नए विचारों को लागू करने की प्रेरणा देता है। मुझे उम्मीद है कि भारतीय दर्शक हमारे इस प्रयास को जरूर सराहेंगे।
- “शेहेरज़ादे – आइस शो” में तकनीक और कला का शानदार मेल है। आप इस शो के पीछे की रचनात्मक प्रक्रिया के बारे में कुछ बता सकती हैं?
“शेहेरज़ादे” की आत्मा पारंपरिक फिगर स्केटिंग की कला और अत्याधुनिक तकनीक के संयोजन में निहित है। हम केवल दृश्य प्रभाव नहीं जोड़ना चाहते थे, बल्कि कहानी को और भी शानदार बनाने के लिए तकनीक का उपयोग करना चाहते थे। हमने अरेबियन नाइट्स के जादू और रोमांच को समाहित करने की कोशिश की है, जिससे दर्शक कहानी की नाजुक सुंदरता और नाटकीयता को महसूस कर सकें। हमने प्रोजेक्शन डिज़ाइन के साथ काम किया, जिससे बर्फ आइस स्केटिंग के मंच पर रहस्यमय और जादुई दुनिया में बदल जाती है। तकनीक का उपयोग केवल शो को भव्य बनाने के लिए नहीं है, बल्कि इसे और भावनात्मक रूप से गहरा बनाने के लिए किया गया है।
- ओलंपिक से लेकर आइस शो का निर्माण और निर्देशन करने तक की आपकी यात्रा कैसी रही?
यह निश्चित रूप से एक बड़ा बदलाव था! एक एथलीट के रूप में, मैं अपनी प्रस्तुति पर ध्यान केंद्रित करती थी, लेकिन अब मुझे पूरी टीम, कोरियोग्राफरों और डिज़ाइनरों को एक साथ लाने की जिम्मेदारी निभानी पड़ती है। एथलीट होने के नाते जो अनुशासन और समर्पण मैंने सीखा था, वही अब इस प्रोडक्शन में मुझे मदद करता है। हालांकि चुनौतीपूर्ण है, यह अनुभव बेहद संतोषजनक है। इस यात्रा ने मुझे एक नया दृष्टिकोण दिया है, और मुझे गर्व है कि मेरे एथलीट जीवन का अनुभव मुझे इस नए अध्याय में सफलता दिलाने में मदद कर रहा है।
- आपकी बेटी नाद्या ने आपको अपनी फिगर स्केटिंग स्कूल बनाने की प्रेरणा दी है। इस सपने के बारे में बताएं, और क्या आपके इस स्कूल को भारत लाने की कोई योजना है?
जब मैंने नाद्या को आइस पर देखी उसकी खुशी और समर्पण को देखा, तो मुझे मेरी अपनी जर्नी याद आयी — त्याग और संघर्ष जिसने मुझे एक स्केटर के रूप में आकार दिया। मैंने तभी यह तय किया कि मैं एक ऐसी जगह बनाना चाहती हूं जहां अन्य युवा प्रतिभाएं आइस स्केटिंग का जादू अनुभव कर सकें। मेरा फिगर स्केटिंग स्कूल केवल तकनीक सिखाने के लिए नहीं है; यह खेल के प्रति प्यार जगाने, चरित्र निर्माण करने और सपनों को पोषित करने के लिए है। मैं एक ऐसी जगह बनाना चाहती हूं जहां युवा स्केटर्स सीखें, बढ़ें, और एक-दूसरे का समर्थन करें। मेरी योजना एक ऐसा समुदाय बनाने की है जो न केवल स्केटिंग में, बल्कि जीवन में भी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हो। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस अकादमी को लाने का सपना सच होने जैसा होगा। भारत की समृद्ध संस्कृति और कलात्मकता फिगर स्केटिंग के लिए एक उत्कृष्ट पूरक होगी।
- आइस स्केटिंग के माध्यम से कहानी कहने का आपका सबसे पसंदीदा हिस्सा क्या है? आपको क्या लगता है कि “शेहेरज़ादे” की कहानी आइस पर और कैसे भावनात्मक गहराई जोड़ती है?
आइस स्केटिंग में कहानी सुनाना केवल स्केटर्स के कूद और घुमाव दिखाने तक सीमित नहीं है। यह गति, कला और भावनाओं का उपयोग कर एक ऐसी कहानी बनाने के बारे में है जो दर्शकों के दिलों में गूंज पैदा कर सके। आइस पर एक कहानी को जीवंत करना, विशेष रूप से “शेहेरज़ादे” जैसी एक जादुई और भावनात्मक कहानी को, हमें दर्शकों के सामने न केवल अपने कौशल, बल्कि कहानी के भावनात्मक पहलुओं को भी व्यक्त करने की अनुमति देता है। हर स्पिन, हर छलांग और हर चाल का एक गहरा अर्थ होता है, जो दर्शकों को कहानी में और गहराई से खींचता है।
- भारतीय दर्शकों के लिए आपका क्या संदेश है, जो बेसब्री से ‘शेहेरज़ादे‘ ऑन आइस का इंतजार कर रहे हैं?
मैं और मेरी पूरी टीम अहमदाबाद में “शेहेरज़ादे – द आइस शो” लाने के लिए बहुत उत्साहित हैं! जब आप अपने प्रदर्शन से दर्शकों के दिलों को छू लेते हैं, तो वह क्षण सभी कड़ी मेहनत को सार्थक बना देता है। यही हमें प्रेरित करता है।