खेलों के प्रति मोदी जी का समर्पण ऐसा है कि खिलाड़ी उन्हें ‘खेल मित्र’ बुलाते हैं: अमित शाह
सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से खिलाड़ियों को प्रशिक्षण, संसाधन और वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है: अमित शाह
गुजरात, अहमदाबाद 15 फरवरी 2025: केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने देवभूमि उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेल समापन समारोह को संबोधित किया। अपने संबोधन में गृहमंत्री जी ने कहा कि भारत वर्ष 2036 में ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए तैयार है। भारत ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए पूरी तरह से तैयार होने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है।
यदि ऐसा होता है तो यह देश के लिए एक ऐतिहासिक अवसर होगा, क्योंकि यह पहली बार होगा जब भारत ओलंपिक जैसे वैश्विक खेल आयोजन की मेजबानी करेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में इस आयोजन को सफल बनाने के लिए व्यापक रणनीतियाँ बनाई जा रही है। भारत सरकार ने आधिकारिक रूप से 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए अपनी दावेदारी भी प्रस्तुत कर दी है।
देश की इस दावेदारी को मजबूती देने के लिए कई स्तरों पर योजनाएँ बनाई जा रही हैं। अहमदाबाद के निकट बनने वाले ‘स्मार्ट ओलंपिक सिटी’ को संभावित स्थल के रूप में देखा जा रहा है। इसके अलावा, देश के अन्य प्रमुख शहरों में भी विभिन्न खेलों के आयोजन की संभावनाएँ तलाशी जा रही हैं।
भारत ने पिछले कुछ वर्षों में खेल अवसंरचना को बेहतर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं। स्टेडियमों का नवीनीकरण, नए खेल परिसरों का निर्माण, और खिलाड़ियों के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं का विकास इस दिशा में अहम कदम हैं।
भारत में ओलंपिक खेलों की मेजबानी से भारतीय अर्थव्यवस्था को जबरदस्त लाभ मिल सकता है। पर्यटन, व्यापार, परिवहन और आतिथ्य क्षेत्र में भारी वृद्धि होने की संभावना है। इसके साथ ही, यह आयोजन भारतीय युवाओं को खेलों के प्रति प्रेरित करेगा और देश में खेल संस्कृति को और मजबूत करेगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘खेल मित्र’ कहकर संबोधित करते हैं। जो उनके प्रति सम्मान को दर्शाता है। इस संकल्पना का उद्देश्य न केवल खिलाड़ियों को समर्थन देना है, बल्कि युवाओं को खेलों की ओर आकर्षित करना भी है। सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से खिलाड़ियों को प्रशिक्षण, संसाधन और वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है ताकि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें। यह पहल भारतीय खेल संस्कृति को और अधिक सशक्त बनाएगी।
हालांकि, इतने बड़े आयोजन की मेजबानी करना चुनौतियों से भरा हुआ कार्य है। बुनियादी ढांचे का विकास, यातायात प्रबंधन, सुरक्षा व्यवस्था और पर्यावरण संरक्षण जैसे मुद्दों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होगी। सरकार और संबंधित एजेंसियाँ इन सभी पहलुओं पर पहले से ही कार्य कर रही हैं ताकि किसी भी तरह की बाधा न आए।
भारत 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और अपनी तैयारियों को आगे बढ़ा रहा है। यदि भारत को यह अवसर मिलता है, तो यह न केवल खेलों के विकास में योगदान देगा, बल्कि देश की वैश्विक प्रतिष्ठा को भी ऊंचाईयों तक पहुंचाएगा।