प्रमुख अंश :
- आईपीओ 6 जनवरी, 2025 को खुलेगा और 8 जनवरी को बंद होगा, 46 रुपए प्रतिशेयर के दाम पर 22,05,000 शेयर ऑफर किए जाएंगे
- कंपनी ने समुद्री और औद्योगिक क्षेत्र में वृद्धि के लिए 10.14 करोड़ का लक्ष्य रखा है
- आईपीओ में बिडिंग मूल्य 46 रुपए प्रति शेयर है और लॉट साइज 3000 शेयर है
कोलकाता 06 जनवरी 2025: भारत के अग्रणी इन्सुलेशन उत्पादों के निर्माता और ठेकेदार, इंडोबेल इंसुलेशन्स लिमिटेड ने 10.14 करोड़ रुपए की आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) की घोषणा की है। आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 6 जनवरी को खुलेगा और 8 जनवरी को बंद होगा।
कोलकाता में मुख्यालय वाली इस कंपनी के इस आईपीओ के जरिए 10.14 करोड़ रुपए जुटाए जाएंगे। 46 रुपए प्रति शेयर की निश्चित कीमत पर 22,05,000 इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। कंपनी ने 10,47,000 शेयर खुदरा निवेशकों के लिए और इतने ही शेयर गैर-खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित रखे हैं। मार्केट मेकर हिस्से के लिए 1,11,000 शेयर आरक्षित रखे हैं। खुदरा निवेशकों को न्यूनतम 3,000 शेयरों के लिए आवेदन करना होगा।
कंपनी के आईपीओ दस्तावेजों के अनुसार, इस इश्यू से प्राप्त आय का उपयोग अतिरिक्त संयंत्र और मशीनरी, कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए पूंजीगत व्यय के लिए किया जाएगा।
विजय कुमार बर्मन द्वारा प्रवर्तित, इंडोबेल इंसुलेशन्स कंपनी नोड्यूलेटेड/ग्रेनुलेटेड वूल (खनिज और सिरेमिक फाइबर नोड्यूल) और प्रीफैब्रिकेटेड थर्मल इंसुलेशन जैकेट जैसे इंसुलेशन उत्पादों की निर्माता और ठेकेदार है। इसका उपयोग घरों, वाणिज्यिक भवनों और औद्योगिक संयंत्रों सहित विभिन्न अनुप्रयोगों को इन्सुलेट करने के लिए किया जाता है।
इंडोबेल इंसुलेशन्स कंपनी बिजली, समुद्री और औद्योगिक संयंत्रों जैसे कई क्षेत्रों में सेवाएं प्रदान करती है। जो परामर्श, इंजीनियरिंग, निर्माण, सामग्री आपूर्ति, स्थापना और परियोजना प्रबंधन सहित व्यापक इन्सुलेशन समाधान प्रदान करता है। कंपनी की विनिर्माण सुविधाएं रणनीतिक रूप से पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में स्थित हैं।
पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान, खनिज फाइबर नोड्यूल, सिरेमिक फाइबर नोड्यूल और थर्मल इन्सुलेशन जैकेट की बिक्री कंपनी के कुल राजस्व का 51% से अधिक थी। कुल राजस्व में निर्यात का हिस्सा 33.71% था, जो अंतरराष्ट्रीय बाजारों में इसकी मजबूत उपस्थिति का संकेत देता है।
इंडोबेल इंसुलेशन्स ने हाल ही में समुद्री क्षेत्र के लिए एक सरकारी ई-मार्केटप्लेस (GeM) पोर्टल लॉन्च के जरिए 22 करोड़ का टेंडर प्राप्त किया है। अगले 2-3 साल में कंपनी 20 करोड़ रुपए खर्च करेगी। 250-300 करोड़ के बड़े ऑर्डर प्राप्त करने की योजना है और महत्वपूर्ण वृद्धि के लिए तैयार है।
फ़िनशोर मैनेजमेंट सर्विसेज लिमिटेड इस इश्यू का प्रमुख प्रबंधक है।