ग्रेटर नोएडा 26 फरवरी 2025 – इंडियन इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (आईईईएमए) द्वारा आयोजित इलेक्रामा 2025 का 16वां संस्करण सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। इसके साथ ही, उसकी इलेक्ट्रिकल और संबंधित इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग के प्रमुख वैश्विक मंच के तौर पर स्थिति मजबूत हुई है। 1,000 से अधिक एग्जिबिटर्स, 400,000 से अधिक बिजनेस विजिटर्स की मौजूदगी और अनुमानित 20 अरब डॉलर की बिज़नेस इनक्वायरीज़ के साथ इस संस्करण ने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए, जो इस आयोजन के बेहद व्यापक स्तर, प्रभाव और वैश्विक अपील का प्रमाण है।
इलेक्रामा 2025 उद्योग जगत के लिए एक प्रमुख मंच के रूप में उभरा है, जिसमें प्रभावशाली बी2बी बैठकें, व्यावहारिक विचारशील लीडरशिप सेशन और रचनात्मक नीतिगत संवाद हुए। इसके जरिये वैश्विक और भारतीय दोनों हितधारक एकजुट हुए। इस कार्यक्रम के दौरान 15,000 से अधिक बी2बी बैठकों को सफलतापूर्वक आयोजन हुआ और इसने 80 देशों के 500 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय खरीदारों को आकर्षित किया, जिससे वैश्विक इलेक्ट्रिकल इकोसिस्टम तंत्र के भीतर एक भरोसेमंद भागीदार के रूप में भारत की स्थिति और मजबूत हुई है।
इस साल की सबसे बड़ी ख़ासियतों में से एक न्यू एनर्जी पैवेलियन का शुभारंभ रहा, जो बैटरी स्टोरेज, ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, डिजिटल एनर्जी, सोलर मॉड्यूल, सोलर इनवर्टर और कई सफल तकनीकों का एक अनूठा शोकेस था। इसके जरिये एक सस्टेनेबल और भविष्य के लिए तैयार ऊर्जा परिदृश्य की दिशा में भारत की तेज प्रगति को प्रदर्शित किया गया।
इलेक्रामा 2025 के दौरान ग्लोबल इंटरेस्ट में खासी बढ़ोतरी देखने को मिली। कार्यक्रम में भाग लेते हुए माननीय मंत्री बशीर कैमारा, उप मंत्री, एमईएचएच, गिनी ने कहा, ” एनर्जी और डिजिटलाइजेशन में भारत की प्रगति गिनी जैसे विकासशील देशों के लिए बहुमूल्य नज़रिया उपलब्ध कराती है। भारत के साथ सहयोग बढ़ाने से हमें अपने इलेक्ट्रिसिटी सिस्टम्स को बेहतर बनाने और नए समाधान अपनाने में मदद मिल सकती है। इलेक्रामा जैसे मंच अत्याधुनिक टेक्नोलॉजीज का पता लगाने, इंडस्ट्री लीडर्स के साथ जुड़ने और रिन्युएबल एनर्जी, इलेक्ट्रिफिकेशन और कार्बन फुटप्रिंट में कमी के सबसे अच्छे तरीकों को समझने का एक शानदार अवसर उपलब्ध कराते हैं। इस तरह के कार्यक्रम वैश्विक साझेदारी को बढ़ावा देने के लिहाज से अहम हैं, जिससे हमें भारत की विशेषज्ञता से सीखने और ऐसे सस्टेनेबल एनर्जी समाधानों को लागू करने का मौका मिलता है जिससे हमारे देश के विकास को गति मिलेगी। हम मानते हैं कि यह भारत की उपलब्धियों का लाभ उठाने और एक उज्जवल, अधिक ऊर्जा-सुरक्षित भविष्य के लिए साथ मिलकर काम करने का सही समय है।”
इलेक्रामा 2025 में चार एमओयू पर हस्ताक्षर भी हुए, जिससे बिजली और इलेक्ट्रिकल क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाने साझेदारियों की नींव रखी गई। ये समझौते नवाचार, उद्योग साझेदारी और अगली पीढ़ी के एनर्जी सॉल्यूशंस को आगे बढ़ाने के लिहाज से एक महत्वपूर्ण कदम हैं।
इस आयोजन की संभावनाओं के बारे में बताते हुए, यूरेइलेक्ट्रिक के प्रमुख, बीडी और स्टेकहोल्डर्स क्रिस वान डेन जेगेल ने कहा, “इलेक्रामा एक शानदार अनुभव रहा है, जिसमें तेजी से बढ़ते भारतीय बिजली क्षेत्र और इसकी दमदार ग्रोथ को प्रदर्शित किया गया है। हम विशेष रूप से भारतीय कंपनियों के नवाचार, क्षमताओं में बढ़ोतरी और सभी का सहयोग करने की व्यावसायिक संस्कृति से प्रभावित हुए। आईईईएमए के प्रमुख कार्यक्रम के रूप में, यह रिन्यूएबल एनर्जी, ग्रिड आधुनिकीकरण और डिजिटल परिवर्तन से जुड़े सुधारों का पता लगाने के लिए प्रमुख हितधारकों को एक साथ लाता है। यह प्रदर्शनी उभरती टेक्नोलॉजीज और सस्टेनेबल समाधानों के बारे में जानकारियां देने के साथ, भारत के तेजी से बढ़ते बिजली क्षेत्र पर प्रकाश डालती है। ग्लोबल पार्टनरशिप्स और अन्य जानकारियों को साझा करने के साथ, इलेक्रामा भारत को इलेक्ट्रिकल मैन्युफैक्चरिंग और ऊर्जा नवाचार के केंद्र के रूप में लगातार स्थापित कर रहा है, उद्योग संबंधों को मजबूती दे रहा है और ज्यादा कुशल बिजली इकोसिस्टम की ओर रूपांतरण को तेज कर रहा है।”
इस आयोजन के समापन के साथ, इस वर्ष के संस्करण के महत्व पर आईईईएमए के प्रेसिडेंट सुनील सिंघवी ने कहा, “इलेक्रामा 2025 ने सभी उम्मीदों को पूरा किया है, जो इलेक्ट्रिकल और बिजली उद्योग के लिए दुनिया के अग्रणी मंच के तौर पर उसकी यात्रा में एक अहम कदम है। पिछले संस्करण की तुलना में विजिटर्स की संख्या में भारी बढ़ोतरी से भारत की ऊर्जा और बिजली क्षमताओं में दुनिया की बढ़ती दिलचस्पी का पता चलता है। 4,00,000 से ज्यादा बिजनेस विजिटर्स के साथ, इलेक्रामा की प्रभावशाली साझेदारियों और कारोबार के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए इंडस्ट्री लीडर्स, पॉलिसीमेकर्स और इनोवेटर्स को एक साथ लाने क्षमता जाहिर होती है।”
इलेक्रामा 2025 के प्रेसिडेंट (इलेक्ट) और चेयरमैन विक्रम गंडोत्रा ने कहा, “सस्टेनेबिलिटी और नवाचार इलेक्रामा 2025 के केंद्र में थे, जिसने ग्रीन इलेक्ट्रिसिटी को अपनाने और कार्बन फुटप्रिंट में कमी लाने में नए बेंचमार्क स्थापित किए। इस कार्यक्रम में रिन्यूएबल एनर्जी इंटीग्रेशन, एनर्जी स्टोरेज और ऑटोमेशन में उल्लेखनीय प्रगति पर प्रकाश डाला गया, जिससे ज्यादा ग्रीन और ज्यादा सस्टेनेबल भविष्य का मार्ग प्रशस्त हुआ। हमारे सामूहिक प्रयासों ने कार्बन उत्सर्जन को कम करने में खासा योगदान दिया है, जिससे क्लीन एनर्जी और डीकार्बोनाइजेशन के प्रति भारत की प्रतिबद्धता मजबूत हुई है। इलेक्रामा लो-कार्बन अर्थव्यवस्था की ओर रूपांतरण को तेज करने के लिहाज से अहम बना हुआ है।”
आईईईएमए के वाइस प्रेसिडेंट एवं इलेक्रामा 2025 के वाइस चेयरमैन सिद्धार्थ भूटोरिया ने कहा, “इलेक्रामा 2025 खासकर ऊर्जा क्षेत्र में स्टार्टअप और इमर्जिंग एंटरप्राइज़ेज़ की ग्रोथ को बढ़ावा देने के लिहाज से खासा सफल रहा है। इलेक्ट्रावर्स स्पार्क्स जैसी पहलों के माध्यम से, हमने सफल नवाचारों के लिए एक सक्रिय मंच प्रदान किया है, जिससे स्टार्टअप अपने समाधान प्रदर्शित कर सकें, निवेशकों के साथ जुड़ सकें और रणनीतिक साझेदारियों की संभावनाएं तलाश सकें। इंडस्ट्री लीडर्स और हितधारकों से मिली शानदार प्रतिक्रिया से नवाचार को आगे बढ़ाने, आंत्रप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने और भारत के इलेक्ट्रिकल और बिजली उद्योग के भविष्य को आकार देने में इलेक्रामा की अहम भूमिका जाहिर होती है।”
इस कार्यक्रम का उद्घाटन पावर और हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स मिनिस्टर श्री मनोहर लाल खट्टर ने किया, जिसमें भारत के एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला गया। मुख्य भाषण देते हुए, कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल ने भारत का एनर्जी ट्रांज़िशन, पॉलिसी डायरेक्शन, और टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट्स से जुड़े सुधारों पर जोर दिया। उन्होंने इलेक्ट्रिकल उद्योग से प्रमुख प्रदर्शनियों को एकीकृत करने का आग्रह किया, ताकि भारत को ऊर्जा और इलेक्ट्रिकल सॉल्यूशंस के वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए एक विश्व स्तरीय मंच बनाया जा सके।
इलेक्ट्रावर्स स्पार्क्स का तीसरा संस्करण एक मुख्य आकर्षण था, जहां पर्याप्त संभावनाओं वाले 20 स्टार्टअप्स ने ऊर्जा, एआई, ऑटोमेशन और सस्टेनेबिलिटी से जुड़े बेहतरीन नवाचारों का प्रदर्शन किया, जिससे निवेश और रणनीतिक सहयोग को बढ़ावा मिला। वर्ल्ड यूटिलिटी समिट में मिनिस्ट्री ऑफ हैवी इंडस्ट्रीज में संयुक्त सचिव विजय मित्तल (आईओएफएस) सहित 70 से अधिक वक्ता और 400 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए। इस दौरान, ग्रिड मॉडर्नाइज़ेशन, सस्टेनेबल पॉलिसीज़ और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर चर्चा हुई। इसके अलावा, इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज़ के प्रमुख मंच ईटेकनेक्स्ट (Etechnxt) में 40 से अधिक बेहतरीन वक्ता और 350 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिन्होंने एनर्जी मार्केट्स में एआई इंटीग्रेशन, आईओटी-ड्रिवन स्मार्ट ग्रिड्स और ब्लॉकचेन एप्लिकेशन की खोज पर चर्चा की। इससे बिजली क्षेत्र के भविष्य को आकार देने में इलेक्रामा की भूमिका को बल मिला है।
इलेक्रामा 2025 में प्रतिष्ठित अवार्ड डिस्ट्रीब्यूशन एंड एग्जिबटर्स नाइट की मेजबानी के साथ, इस आयोजन का सफल समापन हुआ, जिसमें नवाचार और इंडस्ट्री लीडरशिप में उत्कृष्टता का जश्न मनाया गया। शाम को मशहूर गायक शान की एक शानदार म्यूजिक परफॉर्मेंस के साथ यह कार्यक्रम और भी आकर्षक हो गया, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इलेक्रामा 2025 ने बड़े स्तर पर स्थिरता को बढ़ावा दिया, जिससे पर्यावरण-अनुकूल कैब्स और ग्रीन इलेक्ट्रिसिटी पर आधारित इवेंट के माध्यम से 2.3 मीट्रिक टन CO2 की बचत करने में सफलता मिली। इस कार्यक्रम में शानदार चर्चाओं, टेक्नोलॉजी से जुड़े अत्याधुनिक प्रदर्शनों और रणनीतिक साझेदारियां संभव हुईं, जिनसे इलेक्ट्रिकल और पावर इंडस्ट्री के भविष्य को आकार मिलेगा। इस कार्यक्रम ने ऊर्जा समाधानों में अग्रणी के रूप में भारत की स्थिति पर मुहर लगाई और परस्पर ज्यादा जुड़े, सस्टेनेबल और टेक्नोलॉजी के लिहाज से बेहतर भविष्य का मार्ग प्रशस्त किया।