हाल ही में फ्रांस के मयोट द्वीप पर विनाशकारी चीड़ों चक्रवात आया। पूज्य मोरारीबापू ने इस प्राकृतिक आपदा में अपनी जान गंवाने वाले लोगो को श्रद्धांजलि दी। हिंद महासागर में स्थित इस मयोट द्वीप पर पिछले 90 वर्षों में ऐसा प्रचंड चक्रवात नहीं आया था। अनुमान है कि इस चक्रवात में 1000 से अधिक लोगों की जान चली गई है, हजारों लोग बेघर हो गए हैं, और 220 किमी/घंटा की रफ्तार से चली तेज हवाओं ने जान-माल का भारी नुकसान पहुंचाया है।
फ्रांस के राष्ट्रपति के अनुसार, यह इस सदी का सबसे विनाशकारी चक्रवात था, जिसने भारी तबाही मचाई। पूज्य मोरारीबापू ने इसमें बेघर हुए और मृत लोगो के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। उल्लेखनीय है कि इस द्वीप की 75% जनसंख्या गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करती है। पूज्य बापू ने बेघर हुए लोगों के पुनर्वास और तत्काल सहायता के लिए वर्ल्ड सेंट्रल किचन संस्था को 25,00,000 रुपये (पच्चीस लाख रुपये) की आर्थिक मदद की घोषणा की है। यह राशि लंदन स्थित लॉर्ड डोलरभाईपोपट और उनके परिवार द्वारा सेवा के रूप में दी जाएगी। फ्रेंच मुद्रा में यह राशि लगभग 28,000 यूरो के बराबर है।
पूज्य मोरारी बापू ने इस आपदा में मारे गए लोगों के निर्वाण के लिए प्रार्थना की है।