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राष्ट्रीय महिला आयोग और भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान ;म्क्प्प्द्ध, अहमदाबाद ने महिलाओं को उद्यमिता को करियर के रूप में अपनाने हेतु प्रेरित करने के लिए 99वें प्रोग्राम का आयोजन किया

  • इस साझेदारी के तहत देश भर में भावी महिला उद्यमियों के लिए 100 उद्यमिता जागरुकता प्रोग्रामों का आयोजन किया जा रहा है
  • 99वें प्रोग्राम का आयोजन नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रोनिक्स एण्ड इनफोर्मेशन टेक्नोलॉजी (एनआईईएलआईटी) के सहयोग से एनआईईएलआईटी, कारगिल में किया गया
  • डॉ मोहम्मद जाफ़र अखून, माननीय चेयरमैन/ मुख्य कार्यकारी परिषद, एलएएचडीसी- कारगिल, कारगिल ईएपी प्रोग्राम के मुख्य अतिथि थे। श्री ए.अशोली चलाई, माननीय सयुंक्त सचिव, राष्ट्रीय महिला आयोग इस अवसर पर माननीय अतिथि रहे। श्री श्रीकांत बालासाहेब सुसे, आईएएस, डिप्टी कमिश्नर/ सीईओ (एचएएचडीसी), कारगिल भी इस अवसर पर मौजूद रहे।
  • अब तक भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान इस साझेदारी के तहत देश भर में 5744 महिलाओं को प्रशिक्षित कर चुका है

1 जुलाई, 2024: भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद ने राष्ट्रीय महिला आयोग के सहयोग से देश भर की महिलाओं को उद्यमिता को करियर के रूप में अपनाने हेतु प्रोत्साहित करने के प्रयास में 100 उद्यमिता जागरुकता प्रोग्रामों के आयोजन के लिए राष्ट्रीय परियोजना की शुरूआत की है। इसके माध्यम से महिलाओं को उद्यमिता के फायदों तथा उद्यमी बनने के लिए सामाजिक, आर्थिक एवं पारिवारिक बाधाओं से निपटने के बारे में जागरुक बनाया जाएगा।

इसी क्रम में 99वें प्रोग्राम का आयोजन नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रोनिक्स एण्ड इनफोर्मेशन टेक्नोलॉजी (एनआईईएलआईटी) के सहयोग से एनआईईएलआईटी, कारगिल में किया गया।

डॉ मोहम्मद जाफ़र अखून, माननीय चेयरमैन/ मुख्य कार्यकारी परिषद, एलएएचडीसी- कारगिल, कारगिल ईएपी प्रोग्राम के मुख्य अतिथि थे। श्री ए.अशोली चलाई, माननीय सयुंक्त सचिव, राष्ट्रीय महिला आयोग इस अवसर पर माननीय अतिथि रहे। श्री श्रीकांत बालासाहेब सुसे, आईएएस, डिप्टी कमिश्नर/ सीईओ (एचएएचडीसी), कारगिल भी इस अवसर पर मौजूद रहे।

ईएपी का उद्देश्य महिला प्रतिभागियों को उद्यमिता के फायदों के बारे में जागरुक बनाना था। ताकि वे उद्यमिता को करियर के रूप में अपनाएं, इसके लिए ज़रूरी कौशल सीखें तथा सामाजिक, आर्थिक एवं पारिवारिक बाधाओं का सामना कर उद्यमी बन सकें। कारगिल ईएपी के माध्यम से महिलाओं में उद्यमिता कौशल विकसित करने का प्रयास किया गया, ताकि वे ज़रूरी ज्ञान एवं कौशल पाकर खुद व्यवसायी बनने के लिए प्रेरित हों। उद्घाटन के बाद विशेष सत्रों एवं पैनल चर्चाओं का आयोजन किया गया, जहां विशेषज्ञों ने कई महत्वपूर्ण विषयों पर विचार प्रस्तुत किए जैसे उद्यमिता के बुनियादी सिद्धान्त, कारोबार के अवसरों को पहचानना, उद्यमिता की सोच विकसित करना, महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों को हल करने के लिए योजनाएं बनाना, लिंग संबंधी समस्याओं एवं चुनौतियों को समझना, महिला उद्यमियों से संबंधित सरकारी योजनाओं एवं नीतियों के बारे में जानकारी।

मुख्य अतिथि डॉ मोहम्मद जाफ़र अखून ने कहा, ‘‘उद्यमिता आर्थिक सशक्तीकरण के लिए उम्मीद की किरण है, खासतौर पर कारिगल जैसे क्षेत्रों की महिलाओं के लिए यह बेहद कारगर है। इन महिलाओं में अपार क्षमता है। इस पहल के माध्यम से हम उन्हें मुश्किलों से निपटने के लिए ज़रूरी ज्ञान एवं कौशल प्रदान करना चाहते हैं, ताकि वे सफल उद्यमी के रूप में विकसित हो सकें। पर्यटन, हैंडीक्राफ्ट एवं अन्य उभरते क्षेत्रों में बहुत से अवसर मौजूद हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग और भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान के सहयोग से हम इन महिलाओं को कानूनी सहायता प्रदान करेंगे और सुनिश्चित करेंगे वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होकर समाज में अपनी विशेष पहचान बना सकें।’

श्री ए. अशोली चलाई ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय महिला आयोग एवं भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान के बीच यह साझेदारी लद्दाख की महिलाओं में मौजूद उद्यमिता की प्रतिभा को उजागर करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास है। इन महिलाओं को ज़रूरी ज्ञान एवं कौशल प्रदान कर हम अपने क्षेत्र में आर्थिक विकास को गति प्रदान करना चाहते हैं। मुझे विश्वास है कि यह पहल लद्दाख में महिलओं को अपने उद्यम शुरू करने के लिए प्रेरित होगी, जिससे निश्चित रूप से समुदाय के समग्र विकास को बढ़ावा मिलेगा।’

इसके अलावा राष्ट्रीय महिला आयोग देश भर की महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए सक्रियता से कार्यरत है। आयोग उन्हें शादी से पहले अपने उद्यम शुरू करने और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करता है।

श्री श्रीकांत बालासाहेब सुसे ने कहा, ‘‘यह पहल लद्दाख की महिलाओं को उद्यमी बनने का मौका देगी। इस प्रोग्राम के माध्यम से उन्हें दिया गया प्रशिक्षण एवं ज्ञान उनके सशक्तीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। जिससे वे अपनी क्षमता का सदुपयोग करने और इनोवेट करने के लिए प्रेरित होंगी और हमारे क्षेत्र के आर्थिक विकास में योगदान दे सकेंगे। हम अपने समुदाय पर इस पहल के सकारात्मक प्रभाव को देखने के लिए उत्सुक हैं। इसके अलावा केन्द्रशासित प्रदेश का प्रशासन भी लद्दाख की महत्वाकांक्षी महिला उद्यमियों को हर ज़रूरी सहयोग प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।’

 

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