- पांचवीं फैक्ट्री में पारंपरिक और हाइब्रिड पावरट्रेन कंपोनेंट्स का उत्पादन किया जाएगा
- 108,000 वर्ग मीटर के भूमि क्षेत्र में 16,500 वर्ग मीटर के पहले चरण का पूर्ण उत्पादन कैलेंडर वर्ष 2025 की चौथी तिमाही तक पहुंचने की उम्मीद है
- लगातार किया जा रहा निवेश शैफलर इंडिया की हितधारकों के मूल्य को बढ़ाने की प्रतिबद्धता को दिखाता है
होसुर, भारत| 28 मई 2025| शैफलर इंडिया लिमिटेड (BSE: 505790, NSE: SCHAEFFLER), एक अग्रणी मोशन टेक्नोलॉजी कंपनी, ने तमिलनाडु, भारत के शूलागिरी में अपनी पांचवीं फैक्ट्री का उद्घाटन किया है। शूलागिरी में स्थित पावरट्रेन और चेसिस कंपोनेंट्स और भविष्य की तकनीकों का उत्पादन करने वाली यह फैक्ट्री कंपनी की विस्तार रणनीति में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। उद्घाटन समारोह में श्री जॉर्ज एफ. डब्ल्यू. शैफलर, चेयरमैन ऑफ द सुपरवाइजरी बोर्ड और फैमिली शेयरहोल्डर, शैफलर एजी; सुश्री एरांति सुमिथासरी, चेयरपर्सन ऑफ द बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स, शैफलर इंडिया लिमिटेड; श्री मैथियास जिंक, सीईओ पावरट्रेन एंड चेसिस, शैफलर एजी, और श्री धर्मेश अरोड़ा, रीजनल सीईओ एशिया पैसिफिक, शैफलर एजी ने शिरकत की।
यह फैक्ट्री भविष्य में परिवहन के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देगी
शैफलर इंडिया की ऑटोमोटिव उद्योग में बढ़ती मांगों को पूरा करने की योजना के तहत, 16,500 वर्ग मीटर में फैली यह फैक्ट्री पारंपरिक और इलेक्ट्रिक पावरट्रेन तकनीकों, जैसे प्लैनेटरी गियर सिस्टम, हाइब्रिड ट्रांसमिशन पार्ट्स और नए-नए उत्पादों का उत्पादन और विस्तार करेगीऔर ये सभी प्रोडक्ट्स खासतौर पर भारतीय बाजार की जरूरतों को पूरा करेंगे।
नई फैक्ट्री के साथ, कंपनी का लक्ष्य अपनी ट्रांसमिशन कंपोनेंट क्षमता को काफी हद तक बढ़ाना भी है। यह कंपनी की नए उत्पादों और आधुनिक तकनीकों के लिए विस्तार रणनीति में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा। इससे कंपनी के लंबे समय में दुनिया भर में तरक्की करने के उद्देश्यों को सहयोग मिलेगा।
मैथियासजिंक, सीईओ पावर ट्रेनएंडचेसिस, शैफलरएजी, नेकहा,“भारत शैफलर के लिए एक प्रमुख बाजार है। नई फैक्ट्री हमारे वैश्विक उत्पादन को बढ़ाने और इस क्षेत्र में स्थानीय स्तर पर काम करने की हमारी कोशिशों में बड़ा कदम है। यह हमारी लंबे समय की विकास योजना को मददकरता है और हमें बढ़ती मांगों को पूरा करने तथा भारतीय बाजार के साथ आगे बढ़ने में मदद करता है।”
श्री हर्ष कदम, प्रबंध निदेशक और सीईओ, शैफलर इंडिया लिमिटेड नेकहा, “शूलागिरी में नई फैक्ट्री का उद्घाटन हमारी भारत में अपनी क्षमताओं और कौशल को बढ़ाने की प्रतिबद्धता दिखाता है, ताकि हम अपने ग्राहकों की बदलती जरूरतों को बेहतर तरीके से पूरा कर सकें। अपनी उत्पादन सुविधाओं को बढ़ाकर, हम न सिर्फ मौजूदा स्थानीय बाजारों की जरूरतें पूरी करेंगे, बल्कि ई-मोबिलिटी की ओर बढ़ते हुए भविष्य की मांगों के लिए भी तैयार हैं। हम ‘मेक इन इंडिया’ पहल को लेकर वचनबद्ध हैं और पर्यावरण के अनुकूल तरीके अपनाते हैं। यह शैफलर समूह के भारत को विकास के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक केंद्र के रूप में देखने पर भी जोर देता है।”
शूलागिरी सुविधा का उद्घाटन शैफलर इंडिया की देश में चार फैक्ट्रियों और तीन अनुसंधान एवं विकास केंद्रों के साथ जुड़ता है। प्रारंभिक 1,500 करोड़ रुपये की प्रतिबद्धता की तुलना में, शैफलर इंडिया ने पिछले तीन वर्षों (2022 से 2024 तक) में भारत में अपनी स्थानीय क्षमताओं के विस्तार के लिए 1,700 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इसमें पावरट्रेन समाधान, ई-मोबिलिटी समाधान और औद्योगिक प्रयोगों के लिए बड़े और मध्यम आकार के बेयरिंग्स के लिए नई उत्पाद लाइनों का विस्तार शामिल है।
शैफलर इंडिया ने 2023 में बी2बी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म केआरएसवी इनोवेटिव ऑटो सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड (कूवर्स) के अधिग्रहण के साथ डिजिटल ऑटोमोटिव आफ्टरमार्केट क्षेत्र में अपनी उपस्थिति को भी मजबूत किया।
श्री हर्ष कदम ने आगे कहा, “जैसे-जैसे उद्योग एक तेजी से जटिल हो रहे पर्यावरण के बीच बढ़ रहा है, हम अपनी लगातार विकसित हो रही मोशन टेक्नोलॉजी पोर्टफोलियो के साथ भारत में अपनी क्षमताओं को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इससे उभरते अवसरों का लाभ उठाने और हमारी प्रतिस्पर्धी बढ़त को बनाए रखने में मदद मिलेगी।”
स्थिरता रणनीति को प्राथमिकता
शैफलर इंडिया, शैफलर समूह की वैश्विक स्थिरता रणनीति के साथ जुड़ा हुआ है, जिसे फैक्ट्री चलाने के लिए एक जरूरी कदम माना जाता है। इस प्रतिबद्धता के तहत, शूलागिरी फैक्ट्री को भी एक व्यापक सस्टेनेबिलिटी फ्रेमवर्क के आधार पर बनाया गया है, जो इसे विश्व स्तरीय उत्पादन केंद्र में बदलने के लक्ष्य का हिस्सा है।
इस फैक्ट्री में कई पर्यावरण-अनुकूल खासियतें हैं, जैसे प्राकृतिक रोशनी का इस्तेमाल, बैटरी से चलने वाले मैटेरियल हैंडलिंग उपकरण, बारिश के पानी को इकट्ठा करना, पानी को दोबारा इस्तेमाल करने की व्यवस्था के साथ जीरो लिक्विड डिस्चार्ज, और ऊर्जा बचाने वाले इको-मोड उपकरण। इसके अलावा, इसमें वेस्ट हीट रिकवरी, 100% एलईडी लाइटिंग, डिजिटल संचालन, आरामदायक वर्कस्टेशन, और सभी के लिए समावेशी और विविध कार्य वातावरण बनाने का लक्ष्य भी शामिल है।