निस्बड में 3000 से अधिक पूर्व सैनिकों ने ईडीपी ट्रेनिंग प्राप्त की है।
नई दिल्ली, 28जून, 2024: भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के माननीय केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जयन्त चौधरी ने आज राष्ट्रीय उद्यमिता एवं लघु व्यवसाय विकास संस्थान (निस्बड) कैम्पस का दौरा किया और विभिन्न कार्यक्रमों के तहत विभिन्न ट्रेनिज़ और ट्रेनर्स से बातचीत की।
उन्होंने एक यूनिक एग्जीबिशन का भी दौरा किया, जिसमें जेल के कैदियों और अन्य सफल उद्यमियों द्वारा तैयार उत्पादों को प्रदर्शित किया गया था, जिन्होंने निस्बड के तहत ईडीपी प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा किया है। जेल के कैदियों द्वारा तैयार किए गए इन प्रोडक्ट को संस्थान द्वारा लखनऊ और वाराणसी जेल में आयोजित ईएसडीपी प्रोग्राम्स के दौरान प्रदर्शित किया गया। ये प्रदर्शनियाँ कैदियों पर कौशल विकास और उद्यमशीलता प्रशिक्षण के परिवर्तनकारी प्रभाव को प्रदर्शित करती हैंजो विभिन्न सेक्टर्स और जनसांख्यिकी में उद्यमशीलता और कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए निस्बड की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।
केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) को रक्षा मंत्रालय के डायरेक्टरेट जनरल रिसेटलमेंट (डीजीआर) के अंतर्गत निस्बड में उद्यमिता विकास कार्यक्रम से गुजर रहे भूतपूर्व सैनिकों से मिलने का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ। डीजीआर द्वारा प्रायोजित यह पहल विशेष रूप से सेवानिवृत्त सशस्त्र बलों के कर्मियों के लिए तैयार की गई हैजिसका उद्देश्य उनके उद्यमिता ज्ञान और कौशल को बढ़ाना है। यह कार्यक्रम यह सुनिश्चित करने के लिए बनाया गया है कि ये सेवानिवृत्त सैनिक वेज़ एम्प्लयामेंट या सेल्फ-एम्प्लॉयमेंट के माध्यम से सेवानिवृत्ति के बाद लाभदायक आजीविका अर्जित कर सकें। मंत्री ने उनके समर्पण और लचीलेपन की सराहना कीतथा यह स्वीकार किया कि वे अपनी नई उद्यमशील भूमिकाओं में समाज के लिए महत्वपूर्ण योगदान देना जारी रखेंगे।निस्बड में 3000 से अधिक पूर्व सैनिकों ने ईडीपी ट्रेनिंग प्राप्त की है।
मंत्रालय की विश्व बैंक द्वारा फंडेड संकल्प योजना के अंतर्गत उत्तर प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा के 19 जिलों के मास्टर ट्रेनर्स के एक समूह को भी निस्बड में प्रशिक्षित किया जा रहा है। उनका ध्यान उनकी कैपेसिटी बिल्डिंग, तथा उन्हें इनक्यूबेशन सपोर्ट, मैंटोरिंग और हैंडहोल्डिंग प्रदान करने पर है। श्री जयन्त चौधरी ने इन ट्रेनर्स से मुलाकात की, उनके समर्पण की सराहना की तथा लोगों को उद्यमशीलता अपनाने के लिए सशक्त बनाने में उनकी भूमिका के महत्व पर विशेष जोर दिया।
उन्होंने खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग (डीएफपीडी) के परामर्श से तैयार फेयर प्राइस शॉप (एफपीएस) मालिकों के लिए कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम की समीक्षा की। यह कार्यक्रम एफपीएस मालिकों को उद्यमिता की बुनियादी समझ प्रदान करता है और क्रेडिट सोर्स, प्रोडक्ट मार्केटिंग, डिजिटल मार्केटिंग, ग्लोबल मार्केट ट्रेंड जैसे विभिन्न पहलुओं की व्याख्या करता है।
इसके अलावा, माननीय राज्य मंत्री ने कैम्पस में लाइवलीहुड बिजनेस इनक्यूबेशन सेन्टर में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) 4.0 के अंतर्गत वंचित युवाओं के लिए फैशन डिजाइनिंग और ब्यूटी थेरेपी में उद्यमिता और कौशल विकास कार्यक्रमों का पुनरीक्षण किया।
हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) की कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) पहल के तहत, निस्बड 18 से 29 वर्ष की आयु के युवाओं को लक्षित करते हुए एंटरप्रेन्योरशिप अवेयरनेस प्रोग्राम आयोजित करता है। माननीय मंत्री ने कार्यक्रम में शामिल ट्रेनिज़ और ट्रेनर्स से मुलाकात की और उन्हें एंटरप्रेन्योरियल माइंडसेट को पूरी तरह अपनाने, एंटरप्रेन्योरियल इकोसिस्टम के भीतर व्यापक अवसरों का पता लगाने और उद्यमशीलता को एक व्यवहार्य और संतुष्टिदायक कैरियर ऑप्शन के रूप में विचार करने के लिए प्रेरित किया।
भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के केन्द्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जयन्त चौधरी ने कहा कि, “उद्यमिता एक समृद्ध अर्थव्यवस्था की आधारशिला है और मैं इस क्षेत्र में निस्बड द्वारा किए जा रहे कार्य की सराहना करता हूं। इनोवेशन को बढ़ावा देकर, रोजगार सृजन करके और सतत विकास को आगे बढ़ाकर, उद्यमी भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। हमारा मिशन उन्हें सफल होने के लिए आवश्यक टूल्स, सहायता और मार्गदर्शन प्रदान करना है। साथ मिलकर, हम एक अधिक समृद्ध और समावेशी समाज का निर्माण कर सकते हैं।”
माननीय मंत्री के साथ एमएसडीई की ज्वाइंट सेक्रेटरी और निस्बड की डायरेक्टर जनरल सुश्री हेना उस्मान, मिनिस्ट्री ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स में फूड एंड पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन के ज्वाइंट सेक्रेटरी श्री रविशंकर, डायरेक्टरेट जनरल रिसेटलमेंट (डीजीआर) के डीजी मेजर जनरल एसबीके सिंह, डिपार्टमेंट ऑफ फूड एंड पब्लिक के ज्वाइंट सेक्रेटरी श्री रविशंकर, स्माल इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया (सिडबी) के जनरल मैनेजर श्री राधा रमण और ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) के चीफ ऑफ स्टाफ श्री सारांश अग्रवाल और निस्बड की डायरेक्टर डॉ. पूनम सिन्हा भी मौजूद थी।
ये सभी पहल सामूहिक रूप से कौशल विकास और उद्यमशीलता के माध्यम से व्यक्तियों को सशक्त बनाने के लिए निस्बड की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती हैं, जिससे भारत में अधिक समावेशी और मजबूत एंटरप्रेन्योरियल इकोसिस्टम में योगदान मिलता है।