नई दिल्ली, 22 जुलाई, 2024: ओसाका, जापान से ओसाका प्रीफेक्चर के उप-राज्यपाल श्री यामागुची नोबुहिको के नेतृत्व में एक डेलिगेशन ने कौशल भवन, नई दिल्ली का दौरा किया और कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी के नेतृत्व में भारत सरकार के साथ रणनीतिक चर्चा में शामिल हुए, जिसमें एमएसडीई, मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स (एमईए) और नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एनएसडीसी) के अन्य अधिकारी भी शामिल थे। इस चर्चा में कौशल विकास के क्षेत्र में ओसाका प्रीफेक्चर और भारत के बीच इकोनॉमी और ह्यूमन रिसोर्स कॉलोब्रेशन बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसका उद्देश्य भारतीय युवाओं के लिए वैश्विक कैरियर के अवसरों को बढ़ाना है।
दोनों देश अपनी साझेदारी के सेन्टर पिलर के रूप में इंटरनेशनल मोबिलिटी को बढ़ावा देने के साझा विज़न को अपनाते हैं। कौशल विकास के क्षेत्र में उनकी संयुक्त पहल दोनों देशों के बीच पहले से ही मजबूत संबंधों को आगे बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण रही है। 2016 में हस्ताक्षरित भारत-जापान एमओसी के तहत, जैपनीज कंपनियों ने भारत के विभिन्न राज्यों में 35 जापान-इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैन्युफैक्चरिंग (जेआईएम) और इंडियन इंजीनियरिंग कॉलेजों में 12 जैपनीज एन्डाउड कोर्स (जेईसी) स्थापित किए हैं। भारत और जापान टेक्निकल इंटर्न ट्रेनिंग प्रोग्राम (टीआईटीपी) और स्पेसिफिक स्किल्ड वर्कर (एसएसडब्ल्यू) के तहत भी सहयोग करते हैं ताकि भारतीय उम्मीदवार जापान में विभिन्न सेक्टर्स में काम कर सकें। उनका सामूहिक विज़न इस दृढ़ विश्वास पर आधारित है कि 21वीं सदी की चुनौतियों से निपटने और अवसरों का लाभ उठाने के लिए वैश्विक रूप से सक्षम कार्यबल सर्वोपरि है।
चर्चा के दौरान, ओसाका के उप-राज्यपाल ने अपनी चल रही पहलों को साझा किया और ओसाका में आयोजित होने वाले एक्सपो 2025 सहित उभरते अवसरों का पता लगाने के लिए भारतीय प्रतिभाओं का स्वागत किया। ओसाका प्रीफेक्चुरल गवर्नमेंट के उप-राज्यपाल श्री नोबुहिको यामागुची ने कहा, “ओसाका का लक्ष्य भारत के साथ इकोनॉमी और ह्यूमन रिसोर्स एक्सचेंज का विस्तार करना है और हमारे केंद्रीय स्थान और संपन्न बिजनेस एनवायरमेंट का लाभ उठाना है। हम विभिन्न अवसरों के लिए ओसाका में भारत से अधिक कुशल लोगों का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं। हमारा शहर हेल्थकेयर सहित विभिन्न सेक्टर्स के प्रोफेशनल को होस्ट करता है और हम बढ़ते हुए सहयोग की बहुत संभावना देखते हैं। हम भारतीय छात्रों और प्रोफेशनल को ओसाका द्वारा प्रदान किए जाने वाले अफोर्डेबल जीवन और स्पोरेटिव कम्युनिटी का लाभ उठाने के लिए आमंत्रित करते हैं। यह यात्रा हमारे इंडस्ट्रियल, बिजनेस और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करेगी, जिससे आपसी विकास और समझ को बढ़ावा मिलेगा।”
इस अवसर पर बोलते हुए, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी ने कहा, “इंडिया-जापान बिलैटरल पार्टनरशिप, विशेष रूप से कौशल विकास के क्षेत्रों में अपार संभावनाएं रखती है। वर्ल्ड एक्सपो 2025 ओसाका में रोजगार के महत्वपूर्ण अवसर लाएगा। हमें यह सुनकर खुशी हुई कि ओसाका हमारे देशों के बीच संसाधनों के निर्बाध एक्सचेंज को सुविधाजनक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह कोलैबोरेशन अनगिनत कुशल पेशेवरों के लिए दरवाजे खोलेगा। हम नैतिक माइग्रेशन को बढ़ावा देने के लिए समर्पित हैं, जो बदले में मजबूत डिप्लोमेटिक संबंधों को बढ़ावा देगा। साथ मिलकर, हम आपसी विकास और समृद्धि हासिल कर सकते हैं।”
एनएसडीसी के सीईओ और एनएसडीसी इंटरनेशनल के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री वेद मणि तिवारी ने कहा, “हमारे देश व्यापारिक संबंधों से कहीं अधिक साझा करते हैं, हमारे लोगों के बीच आपसी संबंध संस्कृतियों को जोड़ सकते हैं और आपसी विकास को बढ़ावा दे सकते हैं। साथ मिलकर, हम भारत में सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस बना सकते हैं, जहाँ भारतीय युवा जैपनीज वर्क कल्चर को अपना सकते हैं। इस मंच के माध्यम से, हम जापान में भारतीय युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। एक ऐसे भविष्य की कल्पना करें जहाँ जापान में बने इंजन भारतीय हाथों से तैयार किए जाएँ।”
जनवरी 2018 में, एनएसडीसी को टीआईटीपी प्रोग्राम की निगरानी करने और भेजने वाले संगठनों का समर्थन करने के लिए नियुक्त किया गया था। तब से, भेजने वाले संगठन जैपनीज सुपरवाइजिंग ऑर्गेनाइजेशन की आवश्यकताओं के अनुसार टेक्निकल स्किल्स, जैपनीज भाषा, जीवनशैली ओरिएंटेशन में उन्हें प्रशिक्षित करने के लिए उम्मीदवारों का एक गुणवत्तापूर्ण पूल बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उप-राज्यपाल ने भेजने वाले संगठनों के साथ सार्थक बातचीत की और उनके सामने आने वाली प्रमुख चुनौतियों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने ओसाका में सुविधाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर के लाभों पर प्रकाश डाला और भेजने वाले संगठनों के सभी प्रश्नों का तुरंत जवाब दिया।
एमएसडीई के सचिव ने चर्चा का समापन किया और सेफ, नैतिक माइग्रेशन को सुविधाजनक बनाने के लिए भारत की प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया, जिससे दोनों देशों को लाभ होगा।
इस कार्यक्रम में प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया जिनमें श्री अतुल कुमार तिवारी, सचिव, एमएसडीई; सुश्री सोनल मिश्रा, ज्वाइंट सेक्रेटरी, एमएसडीई; प्रो. अशोक कुमार चावला, एडवाइजर (जापान), विदेश मंत्रालय; श्री वेद मणि तिवारी, सीईओ, एनएसडीसी और मैनेजिंग डायरेक्टर, एनएसडीसी इंटरनेशनल; श्री माएदा शिनिची, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, ग्रोथ इंडस्ट्री प्रमोशन ऑफिस, डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स, इंडस्ट्री एंड लेबर, ओसाका प्रीफेक्चुरल गवर्नमेंट; सुश्री सवादा मियुकी, डिप्टी डायरेक्टर इंटरनेशनल बिजनेस एंड स्टार्ट-अप सपोर्ट डिविजन, ग्रोथ इंडस्ट्री प्रमोशन ऑफिस, डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स, इंडस्ट्री एंड लेबर, ओसाका प्रीफेक्चुरल गवर्नमेंट; सुश्री ज़ुसा मिसाकी, असिस्टेंट मैनेजर इंटरनेशनल बिजनेस एंड स्टार्ट-अप सपोर्ट डिविजन, ग्रोथ इंडस्ट्री प्रमोशन ऑफिस, डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स, इंडस्ट्री एंड लेबर, ओसाका प्रीफेक्चुरल गवर्नमेंट; श्री अराकी हिदेहितो, डायरेक्टर-जैपनीज बिजनेस यूजेए ग्लोबल एडवाइजरी प्राइवेट लिमिटेड और श्री अजय कुमार रैना, ग्रुप जनरल काउंसिल, एनएसडीसी एंड डायरेक्टर एंड सीओओ, एनएसडीसी इंटरनेशनल थे।